मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर जनसुनवाई के दौरान गुजरात से आए एक शख्स ने रेखा गुप्ता पर हमला कर दिया। मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। आरोपी की पहचान सकरिया राजेशभाई खिमजीभाई के रूप में हुई है, जो एक हिस्ट्रीशीटर है और उस पर पहले से ही 5 आपराधिक मामले दर्ज हैं। बुधवार सुबह सीएम आवास पर जनसुनवाई के दौरान हुए इस हमले को लेकर सिविल लाइंस थाने में बीएनएस की धारा 109(1) के तहत हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी फिलहाल पुलिस हिरासत में है और उससे पूछताछ की जा रही है।

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पुलिस के मुताबिक आरोपी की पहचान सकरिया राजेशभाई खिमजीभाई के रूप में हुई है। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी पर पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच अब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सौंपी गई है। सूत्रों का कहना है कि जांच एजेंसी हमले के सभी संभावित एंगल खंगाल रही है।

हमले से पहले की थी रेकी

सूत्रों के मुताबिक, 19 अगस्त को आरोपी मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के शालीमार बाग स्थित निजी आवास के बाहर संदिग्ध गतिविधियों में शामिल देखा गया था। सीसीटीवी फुटेज में वह आवास के सामने घूमते हुए और वीडियो बनाते हुए नजर आया। जांच में पता चला कि उसके मोबाइल से वह वीडियो बरामद भी हुआ है। माना जा रहा है कि आरोपी ने हमले से करीब 24 घंटे पहले ही रेकी की योजना बनाई थी। पुलिस अब आरोपी की मंशा और संभावित साजिश से जुड़े सभी पहलुओं की जांच कर रही है।

CCTV से मिली अहम कड़ी

19 अगस्त को शालीमार बाग स्थित मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के निजी आवास के बाहर आरोपी संदिग्ध हालात में घूमता हुआ दिखाई दिया था। CCTV फुटेज में साफ दिख रहा है कि आरोपी वीडियो बना रहा था और आवास के आसपास लगातार चक्कर लगा रहा था। पुलिस ने यह फुटेज जब्त कर लिया है और मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। आरोपी के मोबाइल से भी वही वीडियो बरामद हुआ है।

पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री को हाथ, कंधे और सिर में चोट आई है। पुलिस केस होने की वजह से MLC कराई जा रही है। प्रवेश वर्मा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह भी बताया कि आरोपी रेकी में जुटा हुआ था। उन्होंने कहा, ‘पुलिस जांच कर रही है कि उसकी क्या साजिश थी। पता लगा है कि वह 24 घंटे से रेकी कर रहा था। वह उनके शालीमार वाले घर तक पहुंचा था और भी रेकी की। सिविल लाइंस इलाके में रात गुजारी। उसने मिलते ही मुख्यमंत्री पर हमला कर दिया।’

मां ने लगाई गुहार, कहा- मेरे बेटे को माफ कर दिया जाए

दिल्ली में मुख्यमंत्री पर हमले के आरोपी राजेश खिमजी को लेकर कई खुलासे सामने आ रहे हैं। राजेश गुजरात के राजकोट का रहने वाला है और रिक्शा चलाकर अपने परिवार का पालन-पोषण करता है। उसकी पत्नी और एक बेटा है।राजेश की मां भानुबेन ने भावुक अपील करते हुए कहा, “मेरे बेटे ने कुत्तों के प्रति अपने प्रेम के चलते ऐसा किया। मैं मुख्यमंत्री से अपील करती हूं कि हम गरीब लोग हैं, मेरे बेटे को माफ़ कर दिया जाए। वह महादेव का भक्त है और हर महीने कम से कम एक बार उज्जैन जाता है।”भानुबेन ने बताया कि राजेश घर से उज्जैन जाने की बात कहकर निकला था। लेकिन बाद में उसने पिता को फ़ोन करके कहा कि वह दिल्ली में कुत्तों के सिलसिले में आया है। सोशल मीडिया पर दिल्ली में कुत्तों को ले जाने का एक वीडियो देखकर वह आहत हो गया था और इसके बाद उसने खाना तक नहीं खाया।इससे पहले पड़ोसियों ने भी बताया था कि राजेश पशु प्रेमी है। आशंका जताई जा रही है कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के कुत्तों को लेकर आए फैसले और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से वह नाराज़ था।फिलहाल दिल्ली पुलिस और गुजरात पुलिस दोनों मिलकर मामले की जांच कर रही हैं। वहीं, सुरक्षा में चूक की भी जांच चल रही है और मुख्यमंत्री की सुरक्षा बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।

जनसुनवाई के दौरान हमला, आरोपी पकड़ा गया

हमले के दिन मुख्यमंत्री के कैंप कार्यालय में जनसुनवाई चल रही थी। सुबह करीब 8 बजे जब सीएम लोगों से मिल रही थीं, तभी आरोपी ने उन पर हमला करने की कोशिश की। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे तुरंत दबोच लिया। शुरुआती पूछताछ में सामने आया कि यही वही शख्स है जो दो दिन पहले सीएम आवास के पास रेकी करते हुए CCTV में कैद हुआ था।

दिल्ली मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के राजनिवास मार्ग स्थित कैंप ऑफिस में हर बुधवार की तरह इस सप्ताह भी जनसुनवाई हो रही थी। यह प्रक्रिया सुबह 7 बजे शुरू हुई थी, जिसमें राजधानी के अलग-अलग इलाकों से लोग अपनी शिकायतें और फरियाद लेकर पहुंचे थे।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता एक-एक कर फरियादियों से मिल रही थीं। इसी दौरान सुबह करीब 8 बजे जब वह आरोपी के पास पहुंचीं, तो उसने अचानक उन पर हमला कर दिया। वहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को काबू में किया और उसे मौके से गिरफ्तार कर सिविल लाइंस थाने ले जाया गया।

कैसे हुआ हमला?

भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने बताया कि सुबह करीब 8 बजे मुख्यमंत्री जब फरियादियों से बातचीत कर रही थीं, तभी आरोपी उनके पास आया। उसने सीएम को कुछ कागज दिए और अचानक उनका हाथ पकड़कर उन्हें अपनी ओर खींचने की कोशिश की। सचदेवा ने कहा, “मौके पर मौजूद लोगों और सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत हाथापाई के बाद आरोपी को दबोच लिया। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि सीएम को थप्पड़ मारा गया, लेकिन यह पूरी तरह गलत है।”

कौन है रेखा गुप्ता पर हमला करने वाला

दिल्ली में मुख्यमंत्री पर हमले के मामले में गिरफ्तार आरोपी की पहचान राजेश खिमजी के रूप में हुई है, जो गुजरात के राजकोट का निवासी है। घटना की जांच दिल्ली पुलिस के साथ-साथ गुजरात पुलिस भी कर रही है। हमले की वजह को लेकर पुलिस अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। फिलहाल, आरोपी से पूछताछ जारी है। राजकोट में राजेश की मां और पड़ोसियों ने बताया कि वह पशु प्रेमी है। इस आधार पर आशंका जताई जा रही है कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट द्वारा आवारा कुत्तों को लेकर दिए गए फैसले से वह नाराज था। वहीं, दूसरी थ्योरी यह भी सामने आ रही है कि राजेश का कोई परिजन जेल में बंद है और इसी कारण वह गुस्से में था। हालांकि पुलिस की ओर से अभी तक किसी भी आशंका या कारण की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

सीएम पर हमले के मामले में सुरक्षा यूनिट की भूमिका पर उठे सवाल

दिल्ली में मुख्यमंत्री पर हुए हमले के मामले में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर नए सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आरोपी राजेश भाई खिमजी शालीमारबाग से जनसुनवाई के लिए पर्ची बनवाकर आया था। आवास के बाहर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसकी पूरी जांच के बाद ही उसे अंदर भेजा था। ऐसे में उत्तरी जिला पुलिस की चूक की संभावना को नकारा जा रहा है. हालांकि, एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सीएम की सुरक्षा में तैनात सिक्योरिटी यूनिट के कर्मियों से गलती हुई हो सकती है। इसकी जांच की जा रही है। सूत्रों के अनुसार, इस घटना के बाद मुख्यमंत्री की सुरक्षा बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है और स्पेशल सेल द्वारा पूरी सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है।

राजेशभाई खिमजी भाई सकारिया का पहले से ही क्राइम रिकॉर्ड है.

1. भक्तिनगर पी.ओ.एस. में IPC की धारा 326, 504, 114 के तहत 25/11/2019 में दर्ज मामले में कोर्ट ने बरी कर रिहा कर दिया गया.

2. भक्तिनगर पी.ओ.एस. में धारा 65एए, 116बी के अनुसार 03/11/2023 में दर्ज मामले में बरी कर रिहा कर दिया गया है.

3.भक्तिनगर पी.ओ.एस. में धारा 65एए, 116बी के अनुसार 25/10/2023 में दर्ज मामले में बरी कर दिया गया.

4.भक्तिनगर पी.ओ.एस. में धारा 6पीआई, 116बी के तहत दर्ज मामला कोर्ट में लंबित है. जिसकी सुनवाई 29/09/2025 को तय है.

5.भक्तिनगर पी.ओ.एस. में IPC धारा 324, 323, 504, 114 और जी.पी.एक्ट धारा 135(1) के तहत 07/12/2024 को दर्ज मामले में बरी कर रिहा कर दिया गया.

हिंसा के लिए कोई जगह नहीं- केजरीवाल

दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में मतभेद और विरोध स्वीकार्य हैं, लेकिन हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं हो सकता. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि दिल्ली पुलिस उचित कार्रवाई करेगी. मैं कामना करता हूं कि मुख्यमंत्री पूरी तरह सुरक्षित और स्वस्थ रहें.’’

सीएम पर हुआ हमला बेहद निंदनीय- आतिशी

आप नेता आतिशी ने भी मुख्यमंत्री पर हमले की घटना की निंदा करते हुए इसी तरह के विचार व्यक्त किए. उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘‘दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुआ हमला बेहद निंदनीय है. लोकतंत्र में असहमति और विरोध की जगह होती है, लेकिन हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है.’’ उन्होंने उम्मीद जताई कि दिल्ली पुलिस दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी.

दिल्ली में महिलाएं सुरक्षित नहीं- देवेंद्र यादव

कांग्रेस की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने हमले की आलोचना की और इसे बेहद दुखद बताया. उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री पर हमला निंदनीय है. इससे यह भी उजागर होता है कि दिल्ली में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. लोग यहां सुरक्षा के लिए आते हैं. पुलिस को सुस्ती छोड़कर महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए.’’