प्रतीक चौहान. रायपुर. एक शातिर के आरपीएफ थाने से भागने और पकड़ाने के बाद फिर से आरपीएफ स्टॉफ को काटकर भाग जाने का मामला सामने आय़ा है. पूरा मामला डोंगरगढ़ आरपीएफ पोस्ट का है. लेकिन आरपीएफ डोंगरगढ़ पोस्ट के प्रभारी ने दूसरी बार भागे जाने की बात को नकारा है, लेकिन सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है कि दूसरी बार भागने के 12 घंटे बाद पुनः आरोपी पकड़ाया है. सूत्रों के मुताबिक आरोपी रायपुर एम्स के पास खाना खाने पहुंचा था, तब उसे पकड़ा गया.
ये था पूरा मामला
27 अगस्त को सिग्नल डिपार्टमेंट से आरपीएफ डोंगरगढ़ को ये सूचना मिली कि एक गुमटी का ताला तोड़कर गुमटी के अंदर घुसा हुआ था. इसी बीच एक स्टॉफ वहां पहुंचा और गुमटी का दरवाजा बाहर से बंद कर संदिग्ध व्यक्ति को बंद कर दिया. इसके बाद वहां RPF स्टॉफ सहायक उप-निरीक्षक अर्जुन सिंह, उप-निरीक्षक अखिलेश कुमार एवं आरक्षक नविन्दर के साथ मौके पर पहुंचे.
इसके बाद आरपीएफ ने सिग्नल गुमटी के अंदर एक व्यक्ति को बाहर निकाला जिसे रेलवे स्टॉफ ने बंद कर दिया था. आरपीएफ सूत्रों के मुताबिक आरोपी का नाम गिरवर यादव उर्फ गोलु निवासी राजनांदगांव बताया गया. सूत्रों के मुताबिक आरोपी को पकड़कर रेसुब पोस्ट डोंगरगढ़ में लाया गया और सिग्नल उपकरण से छेडछाड करने के प्रयास में खिलाफ केस दर्ज किया गया.
इस मामले में कागजी कार्रवाई के दौरान सुबह करीब 5.30 बजे आरोपी आरपीएफ पोस्ट से भाग गया. उसे पकड़ने के लिए सहायक उप-निरीक्षक अर्जुन सिंह एवं प्र.आ. प्रशांत दलाई ने उसे दौड़ाकर पकड़ने की कोशिश की. लेकिन आरोपी मालगाड़ी के बीच से भागने में कामयाब हुआ. इसी बीच ट्रेन में चल पड़ी और आरोपी फरार हो गया.
इसके बाद आरपीएफ अधिकारियों ने इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दी और मामला जीआरपी तक पहुंचा. आरोपी की तलाश के लिए टीम एक्टिव हुई और आरोपी को पकड़ा गया. लेकिन आरोपी फिर से आरपीएफ स्टॉफ को हाथ में काटकर भागने में कामयाब हो गया. लेकिन आरपीएफ अपनी फजिहत न हो संभवतः इसके लिए दूसरी बार भागने की बात से इनकार कर रही है. लेकिन लल्लूराम डॉट कॉम के सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है.