सुधीर सिंह राजपूत, मिर्जापुर। यदि आपने नव वर्ष के अवसर पर मां विंध्यवासिनी देवी के दर्शन करने का मन बनाया है तो अच्छी बात है, लेकिन वहां जाने पर मां के चरणों में शीश नवाते हुए मां के चरणों का स्पर्श कर रज धूली को माथे पर लगाने की अभिलाषा लिए हुए हैं तो इसे त्याग दें क्योंकि मां विंध्यवासिनी देवी धाम में नववर्ष पर मां के चरणों का स्पर्श पूरी तरह से रोक दिया गया है। ऐसा सुरक्षा कारणों से किया जाना बताया गया है।
मां विंध्यवासिनी के चरण स्पर्श पर रोक
आपको बताते चलें कि आदि शक्ति मां विंध्यवासिनी धाम में नववर्ष पर लाखों श्रद्धालु मां विंध्यवासिनी देवी का दर्शन पूजन करने और आशीर्वाद लेने के लिये आते है। यहां भव्य विंध्य कारिडोर बनने के बाद दर्शनार्थियों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है। नव वर्ष पर आने वाले दर्शनार्थियों की भारी भीड़ के मद्देनजर जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने देवी मां के चरण स्पर्श पर पाबंदी लगा दी है।
जिलाधिकारी ने श्रद्धालुओं से की अपील
जिलाधिकारी ने बताया है कि विंध्याचल में नववर्ष पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होता है, जिसको देखते हुए पूरी व्यवस्था सेक्टर और जोनल में विभक्त किया गया है, ताकि दर्शनार्थियों को दर्शन पूजन में किसी प्रकार के दिक्कत का सामना न करना पड़े। इसके लिये मां विंध्यवासिनी देवी का चरण स्पर्श उस दिन पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने सभी से अपील की है कि जो व्यवस्था बनाई गई है, उसमें सहयोग प्रदान करें।
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गंगा स्नानार्थियों के लिए विशेष व्यवस्था
डीएम ने बताया कि प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेले में 40 करोड़ लोगों के आने की संभावनाएं है। जिसमें से 12 प्रतिशत का जो राजमार्ग है वह मिर्जापुर जनपद से ही होकर गुजरता है। इस प्रकार से 4.8 करोड़ श्रद्धालुओं के यहां पर आने की संभावना बनी है। जिसको लेकर बहुत से व्यस्थाएं की जा रही है लगभग 14 होल्डिंग एरिया बनाया गया है। स्वास्थ्य, चिकित्सा व सफाई प्रकाश इत्यादि सारी व्यवस्थाएं पूरी गयी है। होल्डिग व्यवस्थाए व रैन बसेरो की व्यवस्थाए, घाटों पर आवश्ययक सफाई, अस्थायी शौचालय व बैरिकेटिंग आदि व्यवस्थाएं की जाएगी ताकि जो श्रद्धालु आए वह अच्छा अनुभव लेकर घर लौटे।