मनीष मारू,आगर-मालवा। मध्यप्रदेश में बीते दो दिनों से बारिश और ओलावृष्टि की वजह से फसलों को हुए नुकसान का आकलन प्रशासनिक टीम ने किया। गुरुवार को कलेक्टर अवधेश शर्मा के निर्देशन में तहसीलदार विजयी सेनानी, नायब तहसीलदार देवेंद्र दानगढ़, राजस्व निरीक्षक कुमेर सिंह भिलाला, पटवारी गोवर्धन शर्मा, मोहित नागर सहित प्रशासनिक टीम सुसनेर क्षेत्र के प्रभावित गांवों में पहुंची और ओलावृष्टि से नष्ट हुई फसलों का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने सुसनेर क्षेत्र के ग्राम खेरिया, छापरिया, आमला, नानकार और कजलास में किसानों की नष्ट हुई फसलों का मुआयना किया और पीड़ित किसानों के खेतों का निरीक्षण कर नष्ट हुई फसलों का आकलन किया और पंचनामा कार्रवाई की।

संदीप शर्मा, विदिशा। जिले के शमशाबाद तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम संग्रामपुर के एक किसान ने प्रधानमंत्री सम्मान निधि का पैसा ना मिलने की शिकायत सीएम हेल्पलाइन में दो बार की थी। किसान तखत सिंह सहरिया का कहना है कि शमशाबाद एसडीएम विजय राय द्वारा मुझ पर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया गया। जब मैंने शिकायत वापस लेने से इंकार कर दिया तो उन्होंने मुझे थाने में बैठा दिया। वहीं इस संबंध में एसडीएम ने अपनी सफाई पेश करते हुए कहा कि किसान द्वारा एसडीएम कार्यालय में हंगामा किया जा रहा था, इसी को लेकर पुलिस की सहायता से किसान को परिसर से बाहर किया गया। पीड़ित किसान ने सवाल उठाया कि जब शिकयातों का निराकरण नहीं हो रहा है तो सीएम हेल्पलाइन क्यों बनी है?

बता दें कि इससे पहले भी जिले के ग्यारसपुर तहसील में तहसीलदार द्वारा एक किसान को मोबाइल फेंक कर मारा गया था। इस घटना को भी लल्लूराम डॉट काम ने प्रमुखता से प्रकाशन किया था।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus