नीरज काकोटिया,बालाघाट। वारासिवनी शासकीय कालेज के पूर्व छात्र बीए व बीएससी के 52 परीक्षार्थियों की परीक्षा 5 अप्रेल से होने वाली हैं। लेकिन उन्हें अब तक प्रवेश पत्र जारी नहीं हो सका हैं। जिससे उनके परीक्षा देने को लेकर भविष्य अधर में लटकता दिखाई दे रहा है।
जानकारी के मुताबिक शासकीय शंकरसाव पटेल महाविद्यालय के प्रबंधन की लापरवाही से महाविद्यालय के बीए एवं बीएससी के लगभग 52 परीक्षार्थियों का भविष्य अंधकार में आ गया हैं। इन दोनों संकायों के छात्रों की वार्षिक परीक्षा 5 अप्रैल दिन मंगलवार से प्रारंभ हो रही हैं। लेकिन इन छात्रों को ये तक नही पता है कि इन लोंगो का परीक्षा सेंटर मण्डला, नैनपुर, जबलपुर या फिर बालाघाट या वारासिवनी में होगी। जिससे ये छात्र अपने अनिश्चित भविष्य को लेकर आशंकित हैं।
इसी को लेकर छात्र छात्राओं ने कॉलेज में विरोध जताया और प्राचार्य से भेंट कर उनके समस्याओं का निराकरण की मांग की। जबकि उन्होंने परीक्षा के लिये जबलपुर विश्वविद्यालय से फार्म भरा हैं। लेकिन यूनिवर्सिटी ने इनके लिये प्रवेश पत्र इसलिये जारी नहीं किया कि वर्ष 2019 में इस कालेज की संबद्धता छिंदवाडा विश्वविद्यालय से हो गई हैं।
प्राचार्य डॉक्टर प्रवीण श्रीवास्तव ने बताया कि इस संबंध में जबलपुर व छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय से बात हुई है लेकिन सकारात्मक सहयोग नहीं मिला है। वे इस बाबत लगातार प्रयासरत है। हालांकि प्राचार्य भी इन परीक्षार्थियों के परीक्षा में बैठने के लिये प्रवेश पत्र मिलने व सेंटर की अनिश्चितता को स्पष्ट नहीं कर पा रहे हैं।
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