निमिष तिवारी, बागबाहरा– वन अमला हिंसक मादा भालू को पकड़ने के लिए सोमवार सुबह जुनवानी कला गांव पहुंचे. भिलाई नंदन वन के 5 सदस्यीय टीम ने ट्रेंकुलाइजर गन से भालू को बेहोश कर उस पर काबू पाया. उसे पिंजड़े में बंद करके उसे बार अभयारण्य के निर्जन इलाके में छोड़ने भेज दिया गया है.

नंदन वन से आए वन्यप्राणी चिकित्सा अधिकारी डॉ. राकेश वर्मा के अनुसार लगभग 4 वर्षीय मादा भालू को बेहोश करने के लिए बागबाहरा के वन कर्मचारियों के साथ मिलकर ढाई घंटे का ऑपरेशन चलाया गया. इस दौरान भालू पर ट्रेंकुलाइज गन से दो फायर किये गए.

बागबाहरा के जुनवानी कला ग्राम में रविवार की सुबह जंगली मादा भालू और पालतू बैल के बीच लगभग तीन घंटे तक घमासान लड़ाई चली और अंत में भालू ने बैल को मार डाला, जिसके कारण ग्रामवासी दहशत में आ गए. लड़ाई के दौरान भालू बहुत ज्यादा हिंसक हो गया. बैल को बुरी तरह से घायल कर मार देने के बाद भी वह उसके शव को नहीं छोड़ रहा था. घटनास्थल पर पहुंची वन विभाग की टीम को ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा.  वन अमले ने जेसीबी की मदद से भालू को खदेड़ा और बैल के शव को दफनाया.

आपको बता दें कि घटनास्थल से एक किलोमीटर में भक्त भालुओं के लिए प्रसिद्ध घुंचापाली चंडी मन्दिर स्थित है, जहां प्रतिदिन शाम की आरती के दौरान सात से आठ की संख्या में भालू आते हैं. उक्त घटना के बाद आस-पास के ग्रामों में दहशत का माहौल बना हुआ है. वहीं वन विभाग के द्वारा मुनादी करवा कर ग्रामीणों को भालुओं से दूर रहने की अपील की गई है.