नई दिल्ली. दिल्ली सरकार में प्रधान सचिव (राजस्व) अश्विनी कुमार का कहना है कि द्वारका एक्सप्रेसवे में जमीन अधिग्रहण को लेकर मुख्य सचिव पर लगाए जा रहे आरोप गंदी राजनीति का हिस्सा हैं.
सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि सभी लोग जानते हैं कि मुख्य सचिव ने कथित आबकारी घोटाले से लेकर कई मामलों में ठोस तरीके से जांच कराई, जिसके बाद कार्रवाई भी हुई. इसलिए मनगढ़ंत और झूठे आरोप लगाकर उन्हें बदनाम किया जा रहा है, क्योंकि उनके सेवा विस्तार की बात चल रही है. यहां तक कि उन्होंने स्वयं पूरे मामले में गंभीरता से जांच कराई और दक्षिणी पश्चिम जिले के तत्कालीन जिलाधिकारी हेमंत कुमार के खिलाफ कार्रवाई शुरू कराई.
तत्कालीन जिलाधिकारी के खाते में 15 लाख आए प्रमुख सचिव ने कहा कि पूरे मामले में हेमंत की भूमिका संदिग्ध है. यह बात पहले दिन से हम लोग मान रहे हैं, जहां जमीन अधिग्रहण हुई है, वहां उनकी रिश्तेदारी भी है और 15 लाख रुपये उनके खाते में आए हैं.