रेलवे ने अमृत भारत योजना के तहत छोटे स्टेशनों की सूरत बदलने की योजना बनाई है. जिसके अंतर्गत छोटे और कम यात्री भार वाले स्टेशनों पर जहां सुविधाएं काफी सीमित होती है उनका कायाकल्प किया जाएगा. साथ ही यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं भी मिल सकेंगी. इसके लिए राजस्थान के बाड़मेर-बालोतरा रेलवे स्टेशन पर 15-15 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे.

अमृत भारत स्टेशन योजना का उद्देश्य रेलवे स्टेशनों के लिए मास्टर प्लान तैयार करना और सुविधाओं को बढ़ाने के लिए विभिन्न चरणों में इसे लागू करना है. इस बीच भारत-पाकिस्तान सीमा पर बसे सरहदी बाड़मेर जिला स्टेशन का कायाकलाप किया जाएगा. रेलवे की ओर से इस योजना के तहत देशभर के करीब 1000 स्टेशनों की सूरत बदलने की कवायद की जा रही है. यहां पर कई बेहतरीन सुविधाएं यात्रियों को उपलब्ध करवाई जाएंगी. Read More – बालों को शैम्पू करें पर ये गलतियां करने से बचें, नहीं तो जल्दी बाल हो जाएंगे खराब और कमजोर …

ये सुविधाएं होंगी उपलब्ध

नए मास्टर प्लान के तहत रेलवे स्टेशन पर लम्बे प्लेटफार्म और रूफटॉप प्लाजा विकसित किए जाएंगे. ट्रैक पूरी तरह से गिट्टी रहित बनाने, स्टेशन परिसर की संपर्क सड़कें चौड़ी करने, राहगीरों के चलने के लिए पैदल मार्ग, दिव्यांग यात्रियों के लिए सुविधाओ में विस्तार, छाया, शुद्ध पानी के अलावा प्रकाश की बेहतर व्यवस्था, आरामदायक कुर्सियों और वेटिंग रूम का निर्माण किया जाएगा. इसमें सबसे खास बात यह है कि स्टेशन परिसर में 5जी नेटवर्क की कनेक्टिविटी की जाएगी. इसके अलावा रेलवे स्टेशन के प्रवेश द्वार को आकर्षक बनाने के साथ आधुनिकतम वाहन पार्किंग की सुविधा भी मिलेगी. सभी स्टेशन पर जिले की संस्कृति से जुड़ी पेंटिंग की जाएंगी, ताकि आने वाले यात्री अलग अलग संस्कृति से रूबरू हो सकेंगे. Read More – Today’s Recipe : अब कढ़ाई पर आसानी से बनाएं Garlic Bread, ओवन की नहीं पड़ेगी जरूरत …

बाड़मेर-बालोतरा सहित अन्य स्टेशनों पर 15-15 करोड़ रुपए खर्च कर सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा. जोधपुर मंडल के बाड़मेर-बालोतरा के अलावा नोखा, नागौर, मेडता रोड, मारवाड़, भीनमाल, डीड़वाना, गोटन, सुजानगढ़, जालोर, रामदेवरा, फलोदी, रेण, देशनोक और डेगाना स्टेशन को शामिल है.