रोहित कश्यप, मुंगेली. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप जिले के नागरिकों में छुपी हुई प्रतिभा को निखारने की कोशिश की जा रही है. साथ ही उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन के लिए अवसर देने का भरसक प्रयास किया जा रहा. इसी कड़ी में कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह के मार्गदर्शन में पहली बार मुंगेली जिले से बैगा समुदाय के किसी कलाकार ने राष्ट्रीय नाटक अकादमी नई दिल्ली द्वारा आयोजित दुर्लभ वाद्य यंत्रों पर केंद्रित राष्ट्रीय समारोह “ज्योतिर्गमय” में हिस्सा लिया.

दरअसल, वर्ल्ड म्यूज़िक डे के अवसर पर 21 जून से 25 जून तक संगीत नाटक अकादमी के द्वारा आयोजित इस समारोह में पद्मश्री अनूप रंजन पाण्डेय के संयोजन में 25 जून को बस्तर के दुर्लभ वाद्य यंत्रों पर केंद्रित प्रस्तुति प्रदर्शित की गई. जिसमें मुंगेली जिले के लोरमी विकासखंड के सुदूर वनांचल ग्राम डगनिया के अति पिछड़ी जनजातीय समुदाय के बैगा कलाकार डोमार सिंह बैगा ने भी प्रस्तुति दी. उन्होंने बैगा समुदाय के दुर्लभ वाद्य का सस्वर वादन से दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया.

वहीं कलेक्टर डॉ. सिंह ने जिले के अति पिछड़ी जनजातीय समुदाय के बैगा कलाकार डोमार सिंह बैगा द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर लोगों को मंत्रमुग्ध करने पर खुशी जताई. उन्होंने कहा कि डोमार सिंह बैगा ने दुर्लभ तांत्रिका वाद्य किनारी वादन- गायन पर केन्द्रित प्रस्तुति कर प्रदेश एवं जिले को गौरवान्वित किया है.

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