शिवा यादव, सुकमा। लोन आबंटन के नाम पर सैकड़ों लोगों से करोड़ों की ठगी के मामले में अब एसबीआई ने ठगी की राशि ग्राहकों को लौटाने का फैसला लिया है. एसबीआई ठगी के शिकार अपने 5-5 ग्राहकों को उनकी राशि लौटाएगा. बुधवार को एसपी कार्यालय में पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा, एएसपी सिद्धार्थ तिवारी की उपस्थिति में एसबीआई के मैनेजर सिन्ना राव ने पांच ग्राहकों को उनसे छल पूर्व ठगी गई उनकी राशि लौटाई.

दरअसल अगस्त 2019 में कुछ लोगों ने सुकमा थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी कि एसबीआई बैंक के फील्ड आफिसर विश्वजीत सिसोदिया ने लोन देने के एवज में चेक व अन्य कागजों पर हस्ताक्षर करवा लिय, लोन स्वीकृत होने के बाद उनके खातों में राशि भी आई लेकिन आरोपी अफसर ने ग्राहकों से लिये गए चेक के माध्यम से राशि निकाल ली. शुरुआत में एक-दो शिकायत आई फिर हर रोज बैक में शिकायतें आनी शुरू हो गई.

3 करोड़ से ज्यादा की ठगी

मामले में पुलिस और एसबीआई के पास धोखाधड़ी की कुल 115 शिकायतें आईं. मामले में पुलिस के अलावा बैंक ने भी विभागीय जांच की और उन 115 शिकायतों में से 107 शिकायत सही पाई. इन 107 लोगों से आरोपी फील्ड अफसर ने 3 करोड़ 36 लाख की धोखाधड़ी की थी. इधर इस बीच आरोपी अफसर का मध्यप्रदेश तबादला हो गया.

सट्टा में उड़ाया पैसा

करोड़ों की धोखाधड़ी के इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी को भोपाल से गिरफ्तार कर सुकमा लेकर आई. जहां आरोपी से पूछताछ में कई सनसनीखेज खुलासे हुए. बताया गया कि आरोपी सट्टा खेलने का आदि था और धोखाधड़ी से अर्जित की गई करोड़ों की रकम वह क्रिकेट सट्टा में हार गया. पुलिस ने आरोपी से पूछताछ के बाद मिली जानकारी के अनुसार अन्य राज्यों में दबिश देकर 41 लाख 76 हजार की रिकवरी कर ली.

एसबीआई ग्राहकों को लौटाएगा पैसा

एसपी शलभ सिन्हा ने इस मामले में कहा कि अगस्त माह 2019 में हमारे पास कई लोगों की शिकायत आई थी कि बैक के फील्ड अफसर ने राशि गबन की है. शिकायत के बाद हमारे द्वारा एक टीम गठित कर जांच शुरू की गई. आरोपी को पकड़ लिया गया था. उसकी निशानदेही पर 41 लाख 76 हजार की रिकवरी की गई. इधर एसबीआई ने भी 107 पीड़ितो को पैसा वापस करने का निर्णय लिया है. पांच-पांच लोगो को पैसे दिए जा रहे हैं. यह एक बड़ी कार्रवाई है क्योंकि इन इलाकों में लोग मुश्किल से पैसे कमाते हैं. इस पूरे प्रकरण में एसबीआई को धन्यवाद देता हूं और मेरी टीम को शबाशी देता हूं कि इस बड़े प्रकरण को सुलझा दिया.