दुर्ग. छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव को लेकर चुनावी जंग शुरू हो चुकी है. दुर्ग क्षेत्र के चुनावी मुद्दे और जनता का मूड़ जानने स्वराज एक्सप्रेस की टीम जिला मुख्यालय राजनांदगांव पहुंच चुकी है. जिसका प्रसारण दुर्ग के राजेन्द्र पार्क से किया जायेगा. ‘सत्ता का संग्राम’ सिर्फ लल्लूराम डॉट कॉम व स्वराज एक्सप्रेस पर.
राजनीतिक गलियारों में इसे स्वतंत्र भारत के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण और देश की दशा और दिशा बदलने वाला चुनाव बताया जा रहा है. इस चुनावी महासमर में जहां एक तरफ भाजपा नीत एनडीए है, तो दूसरी ओर कांग्रेस नीत यूपीए महागठबंधन के तौर पर सत्ता हासिल करने जोर आजमाइश कर रहे हैं.
इस कार्यक्रम में सार्थक टीएमटी के साथ लल्लूराम डॉट कॉम की सहयोगी संस्था स्वराज एक्सप्रेस, आरती ग्रुप, आईएसबीएम यूनिवर्सिटी, जोफ स्पाइसेस, ट्रेवल पार्टनर व्यास ट्रेवल्स, हॉस्पिटल पार्टनर श्री बालाजी सुपर स्पेशियालिटी हॉस्पिटल, फायर सल्यूशन पार्टनर सेफ प्रो मीडिया पार्टनर हैं .
छत्तीसगढ़ की दुर्ग लोकसभा सीट सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित है. आजादी के बाद से दुर्ग लोकसभा सीट पर कुल 16 चुनाव हो चुके हैं. इस निर्वाचन क्षेत्र से वर्तमान में ताम्रध्वज साहू सांसद हैं. इस निर्वाचन क्षेत्र से सबसे महत्वपूर्ण नेताओं में से एक चंदूलाल चंद्राकर ने लोकसभा के पांच चुनाव जीते हैं. उन्होंने छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए 1990 के अंत में कड़ी मेहनत की.
बीजेपी ने 1996 से 2009 तक दुर्ग में लगातार 5 चुनाव जीते, जिनमें से चार तारा चंद साहू ने जीते. 2009 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले, तारा चंद साहू को बीजेपी द्वारा पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निष्कासित कर दिया गया था, जिसके नतीजतन उन्होंने राज्य में तीसरा मोर्चा खोलने छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच (CSM) की स्थापना की. इसके लिए उन्होंने गैर-बीजेपी और गैर-कांग्रेसी दलों को एकजुट करने की कोशिश की. अब तक केवल बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला रहा है. उन्होंने 2009 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा. हालांकि, वे तीसरे पायदान पर रहे.
इस बार 2019 लोसभा के चुनाव में दर्ग से बीजेपी-प्रत्याशी विजय बघेल चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विजय बघेल रिश्तेदार भी हैं,लेकिन प्रबल विरोधी हैं. इसबार विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं मिला था.लोकसभा क्षेत्र का जातिगत समीकरण पक्ष में हैं.लंबे अर्से से राजनीति में सक्रिय हैं.नगर पालिका अध्यक्ष व विधायक रहे हैं. विजय बघेल पाटन से भूपेश बघेल को हरा चुके हैं.
तो वहीं कांग्रेस ने प्रतिमा चंद्राकर को दुर्ग से लोकसभा चुनाव का उम्मीदवार बनाया है. प्रतिमा चंद्राकर पूर्व विधायक हैं इन्हें पहले विधानसभा में टिकट दिया फिर वापस ले लिया गया था.महिला होने का भी लाभ मिल सकता है.पृथक छत्तीसगढ़ आंदोलन के नेता दिग्गज कांग्रेसी वासुदेव चंद्राकर की बेटी हैं. जातिगत समीकरण भी पक्ष में है.दुर्ग लोकसभा के अंतर्गत विधानसभा की नौ सीटें आती हैं. इनमें से दो अनूसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं. जिनमें पाटन, दुर्ग ग्रामीण, दुर्ग शहर, भिलाई नगर, वैशाली नगर, अहिवारा(एससी), साजा, बेमेतरा और नवागढ़(एससी) शामिल है.
भारत की 2011 की जनगणना के अनुसार दुर्ग की आबादी 33,43,079 है. इस लोकसभा सीट पर 2014 में पुरुष मतदाताओं की संख्या 945,656 थी, 2019 के सत्रहवें लोकसभा चुनाव में 1858922 मतदाता अपने क्षेत्र सांसद का चुनाव करेंगे.