रायपुर। आम जनता से ठगी करने वालों के खिलाफ रायपुर पुलिस का अभियान लगातार जारी है. बुधवार को पुलिस ने प्लाट और फ्लैट बेचने के नाम पर 100 से ज्यादा  लोगों से ठगी करने वाले भोंसले कंसल्टेंसी के दो डॉयरेक्टरों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार किए गए आरोपियों का नाम राजीव भोंसले और राहुल भोंसले है. दोनों आरोपी सगे भाई हैं. दोनों आरोपियों के खिलाफ गोल बाजार एवं आजाद चौक में दर्जनों शिकायतें दर्ज हैं

खुद रहते थे किराए के मकान में 

कुछ साल पहले तक खुद किराए के मकान में अपने परिवार के साथ रहने वाले दोनों आरोपियों ने 2011 से रियल स्टेट का बिजनेस शुरु किया और 2012 में इन्होंने भोंसले प्रापर्टीस लिमिटेड और भोंसले कन्सलटेंसी फर्म बना ली.

फर्म बनाने के बाद आरोपियों ने रायपुर, दुर्ग-भिलाई, बिलासपुर, कोरबा, धमतरी, कांकेर, दंतेवाड़ा और बालोद जिला में लोगों को अपने झांसे में लेकर सस्ते दर पर प्लाट और फ्लैट देने का वादा कर उनसे निवेश कराया. लेकिन सालों बीत जाने के बाद भी न किसी को फ्लैट दिया और न ही किसी को प्लॉट ही दिया.

पिछले कुछ महीनों से दोनों आरोपियों ने अपना मोबाइल भी बंद कर दिया था. इसके बाद पीड़ितों को अपने ठगे जाने का एहसास हुआ तो उन्होंने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज करा दी. जिसके बाद पुलिस ने दोनों सगे भाईयों में से एक को छिंदवाड़ा और दूसरे को रायपुर से गिरफ्तार किया. इनमें से राजीव भोंसले रायपुर का है स्थायी वारंटी. पुलिस के अनुसार इनका कुम्हारी, बिरगांव और मुजगहन में साईट्स चल रही थी.

अधिराज बिल्डर्स के डायरेक्टर गए सलाखों के पीछे

आपको बता दें कि इससे पहले 4 फरवरी को पुलिस ने अधिराज बिल्डर्स के 4 डायरेक्टरों को गिरफ्तार किया था जिन्होंने लोगों से फ्लैट और प्लाट के नाम पर 10 करोड़ से ज्यादा की रकम की ठगी की थी और उन्हें न तो प्लाट दिया और न ही फ्लैट.