स्पोर्ट्स डेस्क- एक दौर था जब कोहली और धोनी से पहले टीम इंडिया में सौरव गांगुली की दादागिरी चलती थी, मतलब सौरव गांगुली टीम इंडिया की कप्तानी किया करते थे, और उनकी कप्तानी में भारतीय टीम दमदार प्रदर्शन करती थी। सौरव गांगुली आगे बढ़कर टीम की कप्तानी कर रहे थे और भारतीय टीम उनकी कप्तानी में दिनोंदिन बेहतर होती जा रही थी, घरेलू सरजमीं हो या फिर विदेशी धरती हर जगह टीम इंडिया एक मजबूत टीम के तौर पर नजर आने लगी थी, सौरव गांगुली की कप्तानी में ही टीम इंडिया ने साल 2003 वर्ल्ड कप के फाइलन तक का सफर तय किया था, सौरव की कप्तानी में भारतीय टीम ने एक अलग पायदान हासिल किया, सौरव की कप्तानी के दौरान ही टीम इंडिया में कुछ ऐसे खिलाड़ी तैयार हुए, जिन्होंने  बाद में भारतीय क्रिकेट को बहुत कुछ दिया। एक तरह से देखा जाए  तो सौरव गांगुली की कप्तानी का लोहा हर कोई मानता है। लेकिन एक दौर ऐसा भी था, जब सौरव गांगुली और कोच ग्रेग चैपल विवाद सुर्खियों में रहा, वैसे तो ये माना जाता है कि ग्रेग चैपल को टीम इंडिया का कोच सौरव गांगुली की पसंद पर ही बनाया गया था। लेकिन बाद में दोनों के बीच विवाद इतना गहरा गया, कि सौरव गांगुली को अपनी कप्तानी भी छोड़नी पड़ी, चैपल-गांगुली विवाद को लेकर कई बातें हुईं, एक तरह से देखा जाए तो ग्रेग चैपल जबतक टीम इंडिया के कोच रहे विवादित रहे, और अब उस दौर के ज्यादातर खिलाड़ी कोच ग्रेग चैपल के बारे में तरह-तरह की बातें उजागर कर रहे हैं, अब कोच ग्रेग चैपल को लेकर वीरेंन्द्र सहवाग ने कही है बड़ी बात।

चैपल-गांगुली को लेकर बोले सहवाग

एक किताब के विमोचन के दौरान वीरेंन्द्र सहवाग ने खुलासा किया है कि साल 2005 में जिम्बाब्वे दौरे के दौरान सौरव गांगुली के खिलाफ तत्कालीन  कोच ग्रेग चैपल का ई-मेल सबसे पहले उन्होंने देखा था। वीरू बताते हैं कि ग्रेग चैपल अपना ईमेल लिख रहे थे, और मैं उनके बाजू में बैठा था, मैंने देखा कि वो बीसीसीआई को कुछ लिख रहे थे और मैंने तुरंत दादा को जाकर इसके बारे में बताया मैंने कहा कि वो बीसीसीआई को कुछ लिख रहे हैं और ये बहुत ही गंभीर मामला है।

जब चैपल को बनाया गया कोच

पूर्व ऑस्ट्रेलियन खिलाड़ी ग्रेग चैपल को मई 2005 में टीम इंडिया का कोच बनाया गया था। और एक साल बाद ही जिम्बाब्वे दौरे के दौरान सौरव गांगुली को कप्तानी से हटा दिया गया था।

सचिन की आत्मकथा प्लेइंग इट माई वे में भी चैपल के बारे में लिखा गया है, जिसमें हरभजन सिंह ने कहा है कि चैपल ने अपने कोचिंग कार्यकाल के दौरान टीम इंडिया को इतना नुकसान पहुंचाया कि उससे उबरने में कम से कम तीन साल लग गए।

गौरतलब है कि ग्रेग चैपल जब टीम इंडिया के कोच बने, तो  भारतीय टीम विवादों का अड्डा बन चुकी थी,  सौरव गांगुली को कप्तानी से हटा दिया गया, इतना ही नहीं कई खिलाड़ी इधर से उधर हुए, सचिन की बायोग्राफी में भी चैपल के बारे में बहुत कुछ लिखा गया है, किस तरह से वो टीम में फूट डालने की कोशिश करते रहे। और अब जब भी उस दौर के खिलाड़ियों से चैपल के कोचिंग कार्यकाल के बारे में पूछा जाता है तो सभी खिलाड़ी कुछ ना कुछ नया राज चैपल के बारे में खोलते ही हैं।