रायपुर. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव देह पंचतत्‍व में विलीन हो गया. उनकी दत्‍तक बेटी नमिता भट्टाचार्य ने उन्‍हें मुखाग्नि दी. राष्‍ट्रीय स्‍मृति स्‍थल पर राजकीय सम्‍मान और बड़े नेताओं व हजारों लोगों की मौजूदगी में वाजपेयी को अंतिम विदाई दी गई.

    

इस दौरान राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्‍ट्रपति वैंकेया नायडु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लालकृष्ण आडवाणी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, रमन सिंह , शिवराज सिंह, नितिश कुमार,देवेन्द्र फडनविस समेत कई राज्यों से आए प्रमुख नेता शामिल थे. इसके अलावा भूटान नरेश जिग्‍मे खेसर नामग्‍याल वांगचुक और अफगानिस्‍तान के पूर्व राष्‍ट्रपति हामिद करजई, इसके अलावा पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश के प्रतिनिधि भी अटल जी को अंतिम विदाई देने पहुंचे. वहां मौजूद लोगों ने ‘वाजपेयी अमर रहे’ , जब तक सूरज चांद रहेगा अटल तेरा नाम रहेगा जैसे नारे भी लगाए.

इससे पहले उनकी अंतिम यात्रा में जन सैलाब उमड़ पड़ा है. उन्हें अंतिम विदा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत कई नेता भाजपा कार्यालय से पैदल ही स्मृति स्थल के लिए निकल पड़े. करीब 5 किमी लंबा ये रास्ता जनसैलाब से खचाखच भर गया. अपने प्रिय नेता की झलक पाने और अलविदा कहने सड़क के दोनों ओर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था. बता दें कि अटलजी का कल शाम लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था.