संतोष गुप्ता,जशपुर. यहां से एक अधिकारी द्वारा हस्ताक्षर करने के एवज में रिश्वत लेने का मामला सामने आया है. तीन हजार रूपये रिश्वत लेते ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के सहायक अभियंता बीआर साहू कैमरे में कैद हो गये हैं. काफी समय से पैसे नहीं देने की वजह से सहायक अभियंता साहू मूल्यांकन दस्तावेज एवं पूर्णता प्रमाण पत्र में हस्ताक्षर नहीं कर रहे थे. जिसकी वजह से ग्राम पंचायत को निर्माण कार्य पूरा हाने के बाद भी राशि प्राप्त नहीं हो पा रहा था. जिसके बाद शिकायतकर्ता सुरेश तिर्की अधिकारी को पैसे देते अपने कैमरे में कैद कर लिया. जिसमें पैसा लेते हुए साफ दिखाई दे रहा है.

हस्ताक्षर नहीं होने पर रुका था काम

दरअसल जिला मुख्यालय के घोलेंग पंचायत में साढ़े तीन लाख की लागत से 230 मीटर नाली का निर्माण कार्य कराया गया है. यह कार्य जशपुर जनपद के उपाध्यक्ष सुरेश तिर्की के द्वारा बीडीसी मद से पास कराया गया था. इस निर्माण कार्य का एजेंसी ग्राम पंचायत घोलेंग को नियुक्त किया गया था. यह कार्य वित्तीय वर्ष 2017-2018 का है. नाली निर्माण का कार्य पूरा भी हो गया है लेकिन जनपद उपाध्यक्ष सुरेश तिर्की के मुताबिक अब तक पंचायत को राशि नहीं मिला है. निर्माण कार्य के मूल्यांकन दस्तावेज एवं पूर्णता प्रमाण पत्र में ग्रामीण यांत्रिकी सेवा जशपुर के सहायक अभियंता बीआर साहू का हस्ताक्षर नहीं होने की वजह से ग्राम पंचायत को निर्माण कार्य का पैसा अब तक नहीं मिला है.

शिकायतकर्ता

शिकायतकर्ता ने तैयार किया वीडियो

इसी निर्माण कार्य के मूल्यांकन दस्तावेज एवं पूर्णता प्रमाण पत्र में हस्ताक्षर कराने के एवज में तीन हजार रूपये सहायक अभियंता बीआर साहू को रिश्वत देते जशपुर जनपद के उपाध्यक्ष सुरेश तिर्की ने अपने मोबाइल में  कैद कर लिया. सुरेश तिर्की ने इस संबंध में बताया कि उनके ग्राम पंचायत घोलेंग में नाली निर्माण का कार्य हुआ है. सहायक अभियंता के द्वारा पूर्णता प्रमाण पत्र में हस्ताक्षर करने के लिये पैसे की मांग की जा रही थी. जिससे परेशान होकर उन्होंने तीन हजार रूपये रिश्वत लेते सहायक अभियंता का वीडियो तैयार किया है.

दूसरों से भी रिश्वत लेने की कर रहे बात 

इस वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि सहायक अभियंता बीआर साहू रिश्वत लेकर जेब में डालता दिख रहा है. अभियंता यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि जशपुर जनपद के अध्यक्ष के द्वारा काम के किसी फाइल में हस्ताक्षर करवाते हैं तो वे बिना मांगे उन्हें पैसे दे देते हैं. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि जनपद सदस्य मंगलनाथ के द्वारा आज ही एक फाइल में हस्ताक्षर करवाया गया है जिसके बाद वे तुरंत उन्हें पैसे दिये.

सफाई देते नजर आए बीआर साहू

इस रिश्वत लेने वाले मामले में जब सहायक अभियंता बीआर साहू से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पहले जनपद उपाध्यक्ष सुरेश तिर्की को दस हजार रूपये उधार दिये थे. ये उधार उन्होंने ऐसे समय में दिये थे जब सुरेश तिर्की की पत्नी बीमार थी. साहू ने कहा कि वे जनपद उपाध्यक्ष से रिश्वत नहीं लिए हैं.

नहीं की किसी जिम्मेदार अधिकारी ने बात

इस मामले में जब हमने किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने बात करनी चाही तो उन्होंने बात करने से मना कर दिया. इस मामले को लेकर जब जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुलदीप शर्मा से बात की गई तो वे फोन रिसीव नहीं किया. दूसरी बार जिला पंचायत के लैंड लाइन पर उनसे बात होने पर उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन अभियंता एनएस सिदार के पास शिकायत आवेदन गया है. वे ही इस मामले में कुछ करेंगे. कार्यपालन अभियंता कई बार संपर्क करनी चाही लेकिन वो फोन ही नही उठाए.

अब देखना यह होगा  कि इस रिश्वत लेने के मामले में क्या कोई कार्रवाई होती है या नहीं. या फिर ये उच्च अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर रिश्वत लेने का खेल खेला जाता है.

देखिए वीडियो…

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