सुशील खरे,रतलाम. कोरोना संक्रमण काल में यहां शहनाई बजी. दूल्हा के कोरोना संक्रमित होने और पहले से तिथि तय होने के कारण पीपीई किट पहनकर शादी कराई गई. दूल्हा आकाश बोरासी और दुल्हन नेहा ने पीपीई किट पहनकर मंत्रोच्चार के बीच सात फेरे लिए. दोनों की यह शादी रतलाम के एक मैरिज हाल में परिजन सहित तहसीलदार नवीन गर्ग और पुलिस जवान की मौजूदगी में हुई.

पेशे से इंजीनियर कोरोना संक्रमित दूल्हा आकाश पुणे में एक कम्पनी में पदस्थ 
पीपीई किट पहनकर शादी करने की नौबत आई. दूल्हे आकाश के 14 अप्रैल को कोरोना संक्रमित होने के कारण. कोरोना संक्रमित की रिपोर्ट आने के बाद से वह अपने घर में ही आइसोलेट थे और प्रशासन ने उसके घर को कंटेनमेंट क्षेत्र बना दिया था. पेशे से इंजीनियर आकाश पुणे में एक कम्पनी में पदस्थ है और उसकी दुल्हन रतलाम की है. वह यहां आया था शादी के लिए ही, लेकिन कोरोना से संक्रमित हो गया. 14 अप्रैल से वह घर में ही था. घर कंटेनमेंट बनने से बाहर नहीं निकल सकता था. लेकिन पहले तय तिथि के अनुसार आज उसकी शादी होने वाली थी. वह कंटेनमेंट तोड़कर बाहर निकल आया और पहुंच गया उस मैरिज हाल में जहां शादी की तैयारी की गई थी.

बीमार दादी अपने पोते की शादी देखना चाहती

किसी ने प्रशासन को सूचना कर दी. प्रसाशन के अधिकारी मौके पर पहुंचे. पहले तो शादी निरस्त करने के लिए कहा गया किंतु जब आकाश के घर वालों ने उसके दादी की तबीयत खराब होना बताया. निवेदन किया कि दादी अपने पोते की शादी देखना चाहती है. इस पर प्रशासन ने शादी की अनुमति तो दी, लेकिन दूल्हा दुल्हन सहित पंडित से लेकर परिजनों को पीपीई किट पहनने की बात कही.

पीपीई किट पहने पंडित ने मंत्रोच्चार किए

शादी के लिए समय तय हुआ शाम का. शादी तय समय अनुसार तहसीलदार और पुलिस की मौजूदगी में हुई. पीपीई किट पहने पंडित ने मंत्रोच्चार किए और पीपीई किट पहने दूल्हा दुल्हन ने अग्नि के साथ फेरे लिए. फेरे के बाद दोनों के परिजन दूल्हा दुल्हन को लेकर रवाना हो गए. वही प्रशासन अब दूल्हे के खिलाफ कंटेनमेंट तोड़कर बाहर आने पर कार्रवाई की बात भी कह रहा है.