शिवा यादव, दोरनापाल. पुलिस लगातार नक्सलियों का सफाया करती जा रही है. इसके साथ ही पुलिस अति नक्सल प्रभावित इलाकों में जाकर लोगों को जागरुक करने की कोशिश कर रही है. लोगों को बता रहे हैं कि नक्सली उनकी परंपरा और सभ्यता को खत्म कर रहे हैं. विवेक शुक्ला एक अभियान चला रहे है जिसका नाम तेदमुंता बस्तर यानी जागता बस्तर उठता बस्तर रखा है.
पिछले कई दशकों से नक्सलियों का दंस झेल रहा दक्षिण बस्तर. नक्सल प्रभावित इलाकों में अक्सर लोग दहशत में रहते है. किसी भी समस्या का हल निकालने के लिए पहले गांव में सरपंच, पटेल, पेरमा और गांव के ही लोग करते थे. लेकिन अब नक्सली अपनी अदालत लगाकर लोगों को मौत के घाट उतार रहे हैं .
विवेक शुक्ला ने बताया कि सुकमा एसपी अभिषेक मीणा व एएसपी सलभ सिन्हा के मार्गदर्शन से यह अभियान चलाया जा रहा है. जिसका नाम तेदमुंता बस्तर अभियान है. उसके तहत थाना पोलमपल्ली से लगभग 12 कि.मी. दूर स्थित जग्गावरम गांव में यह अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अति नक्सली आतंक के कारण सरकार की विकास योजनाओं का लाभ य़हां के लोग नहीं ले पा रहे है. लोगों को न ही राशन दुकान, मनरेगा, पेंशन योजना, आवास योजना समेत कई योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
इस गांव में मुड़िया जनजाति के लोग निवास करते है. ये गोंडी बोली बोलते है. यहां के अधिकांश लोग अशिक्षित है. ऐसे में लोगों को प्रेरित कर रहे है कि अपने बच्चों को स्कूल भेंजे.