रायपुर. छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित 108 संजीवनी एक्सप्रेस का दरवाजा लॉक होने की वजह से एक बच्चे की मौत हो गई थी. इस मामले में कांग्रेस के पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा ने मुआवजे की मांग की है. उन्होंने रायपुर कलेक्टर ओपी चौधरी को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि बच्चे की मौत के बाद मुआवजे के तौर पर आरटीजीएस के माध्यम से 25 हजार रुपए तत्काल उनके खाते में ट्रांसफर किया जाए. जिससे पीड़ित दंपत्ति बच्चे का अंतिम संस्कार और कार्यक्रम कर सके. जिस पर कलेक्टर ने हामी भरते हुए पैसे ट्रांसफर करने की बात कहीं है.
बता दें कि बच्चे की मौत को लेकर मुख्यमंत्री रमन सिंह ने बयान देते हुए कहा था कि मामले में कड़ी कार्रवाई होगी. विभाग निश्चित तौर पर कड़ी कार्रवाई करेगा. वहीं इस मामले में नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने तत्काल एफआईआर कराने की मांग करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी. जिसके बाद कुलदीप जुनेजा ने आज कलेक्टर से मुलाकात कर मुआवजा देने का मांग किया है. उनके साथ इस मौके पर कई कार्यकर्ता मौजूद रहे.
गौरतलब है कि दिल्ली से अपने बच्चे को इलाज के लिए रायपुर पहुंचे थे. इस दंपति ने रेलवे स्टेशन पर 108 एंबुलेंस की मदद ली और एंबुलेंस में सवार होकर बच्चे को मेकाहारा लाया गया. जबकि इस बच्चे के माता पिता उसे सत्य सांई हार्ट सेंटर में इलाज के लिए लेकर आए थे, लेकिन बच्चे की हालत बिगड़ता देख एंबुलेंस कर्मचारी उसे मेकाहारा लेकर आ गया था. अस्पताल परिसर में पहुंचने के बाद संजीवनी का दरवाजा लॉक हो गया. और करीब ढाई घंटे की काफी मशक्कत के बाद संजीवनी का दरवाजा खोला गया. काफी समय बीत गया और समय से इलाज नहीं मिल पाने की वजह से बच्चे की मौत हो चुकी थी.