शब्बीर अहमद/कुमार इंदर, भोपाल/जबलपुर। मध्य प्रदेश में कोरोना के इंडियन वेरिएंट (इंडियन म्यूटेंट स्ट्रेन) शब्द पर सियासत गरमाई हुई है। भाजपा ने इंडियन वैरिएंट शब्द का इस्तेमाल करने पर कमलनाथ के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। केन्द्र सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दिये गए हलफनामे में ‘इंडियन म्यूटेंट स्ट्रेन’ शब्द का इस्तेमाल किये जाने पर कांग्रेस ने अब मामले में आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है।
कमलनाथ ने भ्रांति नहीं फैलाई
राज्य सभा सांसद और वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा ने सरकार पर पलटवार करते हुए कहा कि कोविड को लेकर भाजपा अपनी नाकामी छिपाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि जिन धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ है वो परिस्तिथियां नहीं पाई गई है।
धारा 188 किसी भी लिहाज से न्यायसंगत नहीं है और धारा 54 के तहत भी मामला नहीं बनता। कमलनाथ ने कोई झूठ नहीं बोला। अगर इंडियन वैरिएंट नाम लिया तो उससे कोई भ्रांति नहीं फैलाई।
भेजेंगे नोटिस
तन्खा ने आगे कहा कि 9 मई को सुप्रीम कोर्ट में केन्द्र सरकार ने भी अपने हलफनामे में इंडियन वैरिएंट का नाम लिया है। उन्होंने कहा कि अब बड़ा मानहानि का मुकदमा बन सकता है। पुलिस और DGP को केस रजिस्टर करने से पहले सोचना चाहिए था। तन्खा ने कहा कि कमलनाथ के ऊपर किया गया केस वापस नहीं लिया जाता तो नोटिस भेजी जाएगी।
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता सैयद जाफरी ने भी केन्द्र सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत किये गए हलफनामा में ‘इंडियन म्युटेंट स्ट्रेन’ शब्द का इस्तेमाल किये जाने को लेकर सूबे की शिवराज सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि क्या शिवराज सरकार प्रधानमंत्री मोदी पर एफआईआर दर्ज करवाएगी?
हिम्मत है तो मीडिया हाउसेस पर भी कार्रवाई करें
कांग्रेस उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि अकेले कमलनाथ ने नहीं देश के 21 मीडिया हाउस ने कोरोना के इंडियन वैरिएंट शब्द का इस्तेमाल किया है। बीजेपी सरकार में अगर हिम्मत है तो मीडिया हाउस पर भी कार्रवाई करे। कांग्रेस कोर्ट में कोरोना के इंडियन वैरिएंट की मीडिया रिपोर्ट्स को कोर्ट में रखेगी। उन्होंने मध्य प्रदेश पुलिस को एफआईआर करने पर आड़े हाथ लिया है। उन्होने कहा कि एमपी पुलिस भाजपा सरकार, संगठन की सेवा में मुस्तैद है।