रायपुर. हिदायतुल्लाह नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के छात्रों का आंदोलन आज पांचवें दिन भी जारी रहा. छात्र यूनिवर्सिटी के कुलपति सुखपाल सिंह को हटाए जाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. आज सुबह 11 बजे छात्र संघ के अध्यक्ष स्नेहल रंजन शुक्ला और उपाध्यक्ष स्वाति भार्गव सहित तुषार, अदील और सिद्धार्थ छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस और कुलाधिपति एके त्रिपाठी से मिलने पहुंचे. लेकिन कुलाधिपति द्वारा कोई ठोस उपाय नहीं करने से छात्रों को निराशा हुई. कुलाधिपति ने छात्रों की मांग को वैध और गंभीर बताया, लेकिन उन्होंने कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया.

गौरतलब है कि छात्रों की आंदोलन को देशभर से समर्थन मिल रहा है. छात्रों ने ट्विटर में आज अपने आंदोलन को ट्रेंडिंग पर बनाए रखा. ट्विटर में #spsout #hnlukiazaadi के साथ हजारों ट्वीट हो चुके हैं.

वहीं दूसरी ओर आज छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जोगी) के नेता अमित जोगी यूनिवर्सिटी पहुंचकर छात्रों के आंदोलन को समर्थन दिया. अमित जोगी ने छात्रों के मांगों को जायज ठहराया. उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी में यौन शोषण,  भ्रष्टाचार और कुशासन के किस्से सुन कर वे दंग रह गए. उन्होंने विश्विद्यालय के तमाम दस्तावेजों को देखकर प्रशासन की कड़ी निंदा की. अमित जोगी के साथ जनता कांग्रेस के अन्य नेता दोपहर को आंदोलन पर बैठे और छात्रों के साथ जमकर नारेबाजी की.

 

इस दौरान अमित जोगी ने कहा कि वे सुखपाल सिंह से मिलकर उन्हें कहेंगे के वे भी छात्रों के साथ उनके नो कॉन्फिडेंस मोशन में साथ है. उन्होंने ने छात्रों को आश्वासन दिया कि वे उनके आंदोलन और सच की लड़ाई में उनके साथ है. इसके साथ ही वे मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, कुलपति एके त्रिपाठी और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल तक छात्रों की मांग पहुचाएंगे. उन्होंने कहा कि हिदायतुल्लाह लॉ यूनिवर्सिटी की उनके हृदय में खास स्थान है, क्योंकि उनके पिता अजीत जोगी ने इसकी स्थापना की.

प्रशासन द्वारा तोड़फोड़ कर छात्रों पर इल्ज़ाम डालने की खबर आज छात्रों को मिली, जिसके चलते छात्रों ने अनुशासनिक समिति का गठन किया  है. समिति आंदोलन के दौरान यूनिवर्सिटी में शांति बनाए रखने का काम करेगी. छात्रों ने बताया कि प्रशासन ने पुलिस की धमकी देते हुए छात्रों को आंदोलन खत्म करने की चेतावनी दी है. इसलिए छात्र समिति का गठन किया गया.

गौरतलब है कि कुलपति सुखपाल सिंह का कार्यकाल बढ़ाए जाने को लेकर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई थी. इस पर फैसला सुनाते हुए हाईकोर्ट ने सुखपाल सिंह के खिलाफ फैसला दिया था. इसके बाद कुलपति सुखपाल सिंह ने सुप्रीम कोर्ट से स्टे ले लिया है. सुप्रीम कोर्ट से स्टे मिलने के बाद सुखपाल सिंह ने लॉ यूनिवर्सिटी के कुलपति का पदभार संभाल लिया है.