कुमार इन्दर, जबलपुर। मध्य प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी कृषि उपज मंडी इन दिनों भगवान भरोसे चल रही है. मंडी में अव्यवस्था का अंबार लगा हुआ है. जी हां… 56 एकड़ में बनी है कृषि मंडी में गंदगी का आलम ये है कि यहां की सड़कें तालाब बन गई है. इस मंडी में प्रदेश के अलग-अलग जिलों से माल पहुंचता है, लेकिन मंडी में सड़क और नाली जैसी मूलभूत सुविधा की उचित व्यवस्था न होने की वजह से मंडी में हर तरफ गंदगी का अंबार लगा हुआ है.
इसे भी पढ़ें ः मंत्री सारंग को नेहरू की लिखी किताब भेंट करने पहुंचे कांग्रेस नेता, पुलिस ने किया गिरफ्तार
मंडी इस प्रकार व्यवस्था के चलते इन दुकानों में ग्राहक आने से कतरा रहे हैं. जिसके चलते यहां के व्यापारी अपना व्यापर नहीं कर पा रहे हैं. व्यापारियों का कहना है कि एक तो पहले ही कोरोना के बाद ऊपर से मंडी प्रशासन की बेरुखी हमारे व्यापार को और चौपट करने में लगी हुई है.
इसे भी पढ़ें ः MP में ऑनलाइन गेम पर लगेगी लगाम, फ्री फायर गेम कंपनी पर FIR दर्ज, गृहमंत्री ने की कार्रवाई
व्यापारियों का कहना है कि उन्होंने कई बार इस बात को लेकर शिकायत की. कई बार मंडी सचिव से मिलने की कोशिश की लेकिन न तो उनकी शिकायत सुनी गई और न मंडी में उनसे मिलने आने की किसी ने जरुरत समझी.
बता दें कि इस कृषि उपज मंडी से जिले के अलावा कई अन्य जिलों में भी सामान पहुंचाया जाता है, लेकिन यहां पर पसरी गंदगी के बीच पड़ा अनाज और सब्जियां बीमारी को दावत देने की स्थिति में है. ऐसे में मलेरिया के मामले बढ़ने लगे हैं.
इसे भी पढ़ें ः MP में भ्रष्ट अधिकारियों पर लोकायुक्त की कार्रवाई जारी, 25 हजार की रिश्वत लेते हुए महिला क्लर्क सहित 2 पकड़ाए
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक