लखनऊ. यूपी की योगी सरकार फरवरी में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर अंतिम रूप देने में जुटी हुई है. 10 फरवरी को देश के पीएम नरेंद्र मोदी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का शुभारंभ करेंगे. इस मुख्य समारोह से सभी जिलों को जोड़ा जाएगा. जिलों के कार्यक्रम में स्थानीय उद्यमियों/निवेशकों को आमंत्रित करें. यह पहली बार होगा कि जब एक दिन-एक साथ प्रदेश के सभी 75 जिलों में निवेश होगा. सभी जिलों के लिए अपार संभावनाओं के द्वार खुलेंगे.

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जिसको लेकर सरकार सभी जिलों के लिए प्रभारी मंत्री बनाए गए हैं. ये मंत्री अगले एक साल तक संबंधित जिलों के प्रभारी होंगे. प्रभारी मंत्रीगण अपने जिले की स्थिति से अपडेट रहें. सीएम योगी ने निर्देश दिया है कि नियमित अंतराल पर जिले में भ्रमण करें. जनपद भ्रमण के यह कार्यक्रम कम से कम 24 घंटे का जरूर हो. जनपदीय दौरे की अवधि में होने वाली बैठकों में जनप्रतिनिधियों को भी शामिल करें कानून-व्यवस्था व सरकारी योजनाओं की समीक्षा करें.

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सीएम योगी ने यूपी के मंत्रियों को ज़िलों का प्रभार दिया है. ज़िलों के लिए प्रभारी मंत्री घोषित किए गए. 49 मंत्रियों को ज़िले का प्रभारी बनाया गया है. 75 जिलों के लिए प्रभारी मंत्री तय किए गए हैं. जिसमें सूर्य प्रताप शाही को अयोध्या और आजमगढ़, सुरेख खन्ना को लखनऊ, गोरखपुर, स्वतंत्र देव सिंह को बांदा और प्रयागराज का प्रभार सौंपा गया है.

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इसके अलावा बेबी रानी मौर्या को कानपुर देहात और झांसी, नंद गोपाल नंदी को कानपुर और मिर्जापुर, एके शर्मा को आगरा, सिद्धार्थनगर का प्रभार, नितिन अग्रवाल को प्रतापगढ़ और बलरामपुर, संजय निषाद को बहराइच, औरैया, आशीष पटेल को लखीमपुर खीरी और सुलतानपुर का प्रभार सौंपा है.

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