बालोद। कोरोना ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर बीएमओ डॉ संपत लाल उईका पर कलेक्टर की गाज गिरी है. कलेक्टर रानू साहू ने बीएमओ को उनके पद से हटाकर डॉ विनोद चोरका को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है.

इस वजह से हटाया गया

कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि डौण्डी ब्लॉक में प्रवासी मजदूरों में कोरोना संक्रमण पाये जाने की वजह से बीएमओ का कार्य अति महत्वपूर्ण होने के बावजूद डॉ उईका जिला मुख्यालय में निवास करने की बजाय राजनांदगांव से आवागमन कर रहे थे. जिसकी वजह से स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियों के समन्वय में समस्या उत्पन्न हो रही थी.

आदेश में आगे कहा गया है कि 21 मई को मुजगहन के रहने वाले 24 वर्षीय कोटवार की असामायिक मौत हो गई थी. कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिशा निर्देश जारी किया गया है. बीएमओ डॉ संपत लाल उईका ने शव का सैंपल लेने के बाद बगैर पोस्टमार्टम कराए और उच्च अधिकारियों को जानकारी दिये बगैर अंतिम संस्कार की अनुमति दे दिये.