रायपुर. पेट्रोलियम पदार्थों के महंगाई के विरोध में कांग्रेस की शहर इकाई ने अनोखा विरोध प्रदर्शन कर पेट्रोल डीजल के दामों को कम करने की मांग की. इस दौरान यूपीए सरकार के समय विश्व बाजारों में पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ने पर महंगाई के लिए दोषी ठहराने वाले भाजपा नेता नितिन गडकरी,अरुण जेटली, मुख्तार अब्बास नकवी और प्रकाश जावेडकर की तस्वीर को पेट्रोल पंप के सामने उल्टा लटकाकर विरोध जताया.

रायपुर शहर के फाफाडीह चौक कचहरी चौक पैराडाइज खमतराई चौबे कॉलोनी आमानाका के पेट्रोल पंप में प्रदर्शन किया. इस दौरान समिति के अध्यक्ष विकास उपाध्याय ने कहा कि यूपीए सरकार के समय विश्व बाजार में क्रूड ऑयल का दाम जब बढ़ता था. उसका प्रभाव देश के भीतर दिखता था. उस समय विपक्ष में बैठने वाली भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के द्वारा केंद्र के सरकार को जिम्मेदार ठहराया जाता था. अब जब केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और विश्व बाजार में क्रूड आयल की कीमत 2013 के मुकाबले आधी है. तब भी देश की जनता को मंहगे दरों में पेट्रोल डीजल खरीदना पड़ रहा है. इसके लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार जिम्मेदार है. जो जनता को 100 दिनों में महंगाई कम करने का वादा कर सरकार में बैठे थे.

विकास ने कहा कि देश में महंगाई कम होने की अपार संभावनाएं हैं. लेकिन केंद्र में बैठी सरकार की मानसिकता में आम जनता को महंगाई से राहत दिलाने की सोच नहीं नजर आती है. इसके पहले भी जब पेट्रोल डीजल के दामों में वृद्धि हुआ था, उस समय केंद्र की मोदी सरकार ने सभी राज्यों को वेट टैक्स एवं राज्य में लगने वाले अन्य टैक्स को कम कर जनता को राहत देने का निर्देश दिया थे. लेकिन छत्तीसगढ़ की रमन सरकार अपने ही केंद्र सरकार के निर्देशों का पालन नहीं किए और आम जनता को जो राहत टेक्स कम से मिलना था, उसमें उनको राहत नहीं मिल पाया है.

उन्होंने रमन सरकार से राज्य के द्वारा पेट्रोल पर लगाए जाने वाले 25% टैक्स को कम करने की मांग की. यदि 25% टैक्स पेट्रोल डीजल से हटा दिया जाता है, तो राज्य में पेट्रोल 35 रुपये लीटर के आसपास आम जनता को मिलने लगेगा. जिसका परिणाम इस राज में महंगाई का स्तर काफी नीचे गिर जाएगा और इसका लाभ किसानों को व्यापारियों को गृहणियों को छात्रों को मजदूरों को उद्योगपतियों को होगा.