कवर्धा. कवर्धा में करोड़ों की लागत से बनाया जा रहा हाईटेक बस स्टैंड निर्माण पूरा होने से पहले विवाद में अा गया है. इस निर्माण से जुड़ी कंस्ट्रक्शन कंपनी लैंडमार्क इंजीनियर द्वारा मुख्य नगर पालिका अधिकारी को एक पत्र लिखा है. जिसमें उसने लाखों का बिल रोकने समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं. लेकिन अब इस मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री मोहम्मद अखबर ने संज्ञान में लिया है और पूरे मामले को लेकर जांच की मांग की है.

उन्होंने कहा है की पत्र से यह तथ्य सामने अाया है की ठेकेदार से कमीशन वसूली के लिए 45 लाख रूपए का बिल रोका गया है. इस विवादित हो चुके निर्माण को लेकर यह जांच भी की जानी चाहिए की जो निर्माण चल रहा है वह ड्राइंग डिजाइन के अनुसार है या नहीं, उसकी गुणवत्ता किस प्रकार की है. इसके साथ ही यह भी देखा जाना चाहिए की ठेके की शर्त के अनरूप कार्य तय समय-सीमा में हो रहा है या नहीं.

45 लाख रुपए के बिल का नहीं  हुआ भुगतान

रविवार को जारी एक बयान के साथ अकबर ने लैंडमार्क इंजीयनियर कंपनी द्वारा मुख्य नगर पालिका अधिकारी को भेजे गए पत्र की प्रति सार्वजनिक की है. पत्र में कंपनी की अोर से मुख्य नगर पालिका अधिकारी को लिखा गया है कि अधिकारियों ने जानबूझकर, भ्रष्टाचार एवं कमीशन लेने के लिए कंपनी का 45 लाख रूपए का बिल रोक रखा है. मुख्यमंत्री के गृह जिले में अधिकारियों द्वारा इस तरह खुलेअाम कमीशनखोरी व भ्रष्टाचार किया जा रहा है. पत्र में यह भी लिखा गया है कि 2 मार्च के स्वयं मुख्यमंत्री ने साइड का निरीक्षण किया था. लेकिन मुख्यमंत्री के निरीक्षण के बाद भी निर्माण में कोई सुधार हुअा न स्थिति बदली.

 

 

गुणवत्त की भी हो जांच

मोहम्मद अकबर ने कहा है की इस मामले में ठेकेदार कंपनी द्वारा लगाए गए अारोप एवं ठेकेदार द्वारा कराए जा रहे निर्माण कार्य की गुणवत्ता दोनों की जांच होनी चाहिए.   उनका कहना है की भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टालरेंस का नारा देने वाले मुख्यमंत्री के गृह  जिले कवर्धा में  एेसा कोई काम नहीं है जो बिना कमीशन के होता हो.