शब्बीर अहमद, भोपाल। भोपाल में करोड़ों का जमीन घोटाला कर पिछले चार वर्ष से फरार आरोपी को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। आरोपी राजस्थान के जयपुर में फरारी काट रहा था और बार-बार अपना निवास स्थान बदल कर रह रहा था। बदमाश पर धोखाधड़ी, बलात्कार, मारपीट एवं चेक बाउंस जैसे लगभग 60 मामले अलग-अलग थानों में दर्ज था। आरोपी फरारी के दौरान पंजाब, दिल्ली, खाटू श्याम, सालासर मंदिर में भी रहता था। 

भोपाल में कोलार, रातीबढ, बाबड़िया कलां क्षेत्रों की कई कालोनियों में सैकड़ो प्लाटों की धोखाधड़ी आरोपी कर चुका था। इन मामलों में कोलार, चूनाभट्टी, शाहपुरा, हबीबगंज, एम.पी.नगर, रातीबड़ भोपाल पुलिस को पिछले 4 सालों से तलाश थी। 

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शहर में भू माफियाओं, अवैध कॉलोनाइजरों से संबंधित अपराध व अपराधियों पर नियंत्रण के लिए पुलिस आयुक्त भोपाल हरिनारायणाचारी मिश्र एवं अतिरिक्त पुलिस आयुक्त भोपाल अनुराग शर्मा ने आरोपियों की धरपकड़ कर कार्यवाही के लिए निर्देशित किया था। अधिकारियों के निर्देशों के अनुक्रम में थाना प्रभारी थाना क्राइम ब्रांच अशोक मरावी व उनकी टीम को फरार आरोपियों की तलाश पतारसी में लगाया था। 

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क्या है मामला

क्राइम ब्रांच भोपाल में फरियादी चंदन सिंह वर्मा ने 30 नवंबर 2019 को रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसने कृष्णा बिल्डर्स एंड डेवलपर्स के प्रोपराइटर सुनील टिबड़ेवाल से थाना रातीबड़ क्षेत्रांतर्गत ग्राम खुरचनी में इनकी कालोनी में तीन प्लाट खरीदे थे। जिनके पूरे रुपये 06 लाख 80 हजार लेने के बाद भी रजिस्ट्रियां नहीं कराई गई। फरियादी रजिस्ट्री के लिए कई महीनों तक चक्कर लगाता रहा। जब परेशान होकर सागर होम्स कोलार रोड के इनके आफिस में गये तो सुनील टिबड़ेबाल और उसके पार्टनर विवेक शर्मा ने जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए उसे अपमानित जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया। 

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फरियादी ने इसकी शिकायत पुलिस से की जिसके बाद थाना क्राइम ब्रांच में आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 406, 506 भादवि एवं 3 (1) (द,ध) एस.सी.एस.टी. एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण में विवेचना के दौरान साक्ष्यों के आधार पर आरोपी विवेक शर्मा को गिरफ्तार कर न्यायालय में चालान प्रस्तुत किया गया था। तब से ही भूमाफिया/कालोनाईजर सुनील टिबड़ेबाल फरार चल रहा था। जिसकी गिरफ्तारी पर पुलिस आयुक्त भोपाल द्वारा राशि 30 हजार का इनाम भी घोषित किया गया है। 

हाल ही में लंबित प्रकरणों की समीक्षा के दौरान पुलिस उपायुक्त अपराध श्रुतकीर्ति सोमवंशी एवं अति. पुलिस उपायुक्त अपराध शैलेन्द्र सिंह चौहान ने गंभीर अपराध में फरार आरोपी की धरपकड़ के लिए सहायक पुलिस आयुक्त मुख्तार कुरैशी एवं थाना प्रभारी अशोक मरावी को निर्देश दिये गये थे। मामले की जांच के लिए क्राइम ब्रांच की टेक्निकल टीम को सक्रिय किया गया।

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टीम ने लगातार 3 महीने तक मेहनत कर तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर फरार आरोपी की लोकेशन का पता लगाया जिसे पकड़ने के लिए एक टीम जयपुर राजस्थान रवाना की गई थी। टीम ने तकनीकी साधनों के माध्यम से फरार आरोपी को खोज कर मानसरोवर कॉलोनी जयपुर (राजस्थान) से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की। आरोपी फरारी के दौरान जीरकपुर, चंडीगढ़, पंजाब, दिल्ली, खाटू श्याम, सालासर मंदिर, झुंझनू, नीमराणा तथा जयपुर (राजस्थान) में रहा। आरोपी को रिमांड में लेकर फाइनेंसरों/पार्टनरों के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा रही है।

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