Bihar News: स्वास्थ्य महकमे में प्रशासनिक लापरवाही के नए-नए कारनामे सामने आ रहे हैं. ताजा मामला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र छतौना का है. यहां कार्यरत आयुष चिकित्सक डॉ. ब्रह्मानंद झा की रिटायरमेंट के 20 महीने बाद तक उनसे ड्यूटी कराई गई. इस अवधि की उन्हें सैलरी भी मिलती रही. मामला प्रकाश में आने के बाद राज्य स्वास्थ्य समिति के उप सचिव राजेश कुमार ने नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि स्पष्ट है कि राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक के बदले सिविल सर्जन ने ही अवधि विस्तार कर दिया था.

सेवा अवधि विस्तारित 

विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मेनस्ट्रीम आयुष चिकित्सक (आयुर्वेदिक) डॉ. ब्रह्मानंद झा की आयु 28 फरवरी 2023 को 60 वर्ष पूर्ण होने के उपरांत 65 वर्ष की आयु तक के लिए सिविल सर्जन ने सेवा अवधि विस्तारित करने की अनुशंसा कर दी थी, जबकि 9 नवंबर 2021 से प्रभावी मानव संसाधन नियमावली के अध्याय-2 खंड-10 में निहित प्रविधान के अनुसार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत कार्यरत संविदा कर्मियों की संविदा अवधि 60 वर्ष की आयु के उपरांत 65 या 67 वर्ष तक विस्तारित करने के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक का सक्षम अधिकार है.

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