शिवा यादव, दोरनापाल. नक्सलियों खिलाफ लगातार पुलिस अति नक्सल प्रभावित इलाकों में जाकर लोगों को जागरुक करने की कोशिश कर रही है. इसका असर अब देखने को भी मिल रहा है. माओवादी क्षेत्र के ग्रामीण भी पुलिस के पास पहुंचकर विकास की मांग करने लगे है. इस अभियान की सफलता को देखते हुए सुकमा एसपी अभिषेक मीणा ने पूरे जिले में चलाए जा रहे, सभी अभियानों का नाम तेदमुंता बस्तर अभियान तय कर दिया है. जिसका मतलब जागता व उठता बस्तर है.
विवेक शुक्ला ने बताया कि सभी गांवों के ग्रामीणों की हम लगातार बैठक ले रहे है. जिसके कारण ग्रामीणों का पुलिस के साथ एक बेहतर संबंध बन रहा है. अब लोग भी नक्सिलियों के खिलाफ आगे बढ़ने लगे है. इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए इन गांव में विकास पहुंचाने के लिए ग्रामीणों की मदद से विकास कार्य को आग बढ़ाया जा रहा है.
टेट्राई और बोदिगुड़ा में पहुंचा तेदमुंता अभियान
नक्सली प्रभावित इलाके में टेट्राई एवम ग्राम बोदिगुड़ा में बैठक लेकर के ग्रामीणों से सड़क और बिजली को लेकर चर्चा की गई. इन इलाके में ये सुविधा नहीं पहुंच पा रही है. जिसके बाद ग्रामीणों ने सड़क और बिजली का मांग की है.
ग्रामीणों ने कलेक्टर के नाम सौपा आवेदन
ग्रामीणों द्वारा तत्काल सुकमा कलेक्टर को सड़क और बिजली को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौपा है. पुलिस अनुविभागीय अधिकारी विवेक शुक्ला को सौंपा. जिसे लेकर शुक्ला ने आश्वाशन दिया कि उनकी मांगों को जिला प्रशासन के माध्यम से पूरा करने की जल्द कोशिश किया जाएगा.
विवेक शुक्ला ने कहा कि गांव से प्रत्येक बच्चा स्कूल जाएगा तो पूरी शिक्षा ग्रहण करेंगे. जिससे नक्सलवाद खत्म हो सकता है. बच्चें शिक्षित हो जाएंगे तो कभी भी नक्सली नहीं बनेंगे. साथ ही तेदमुंता कार्यक्रम के आयोजन कार्यक्रम में पहुंचे हुए ग्रामीणों को जरूरत के समाग्री का वितरण किया गया.