नासिर, उज्जैन। महाकाल की नगरी में उज्जैन पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग को गिरफ्तार किया है जो खुद को पीएमओ का सलाहकार और केंद्रीय सतर्कता आयोग का सदस्य बता रहा था. इतना ही नहीं इस ठग ने उज्जैन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और संभागायुक्त के कार्यालय पहुंचकर रौब झाड़ना शुरु कर दिया था. जिसके बाद पुलिस ने शक के आधार पर बुजुर्ग व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया.

दरअसल यह ठग बुजुर्ग था. ऐसे में लोगों को इस पर शक नहीं होता था. ठग अति. पुलिस महानिदेशक उज्जैन जोन के कार्यालय पहुंचकर मंत्रियों और जिले के पुलिस अधिकारियों की गोपनीय जानकारी मांग रहा था, लेकिन पुलिस को ठग की बॉडी लैंग्वेज व भाषा के आधार पर शक हो गया. जिसके बाद पुलिस ने उसका ऑफिशियल आईडी कार्ड मांगा. ठग के पास आईडी कार्ड नहीं होने पर  माधवनगर पुलिस की टीम वहां पहुंची और जांच की. जांच के दौरान पता चला कि एडीजी ऑफिस में आए शख्स का नाम प्रमोद कुमार मेहता है. 65 वर्षीय शख्स बी-09 ऋषिनगर मेन रोड उज्जैन का रहने वाला है. जो दुग्ध संघ उज्जैन से सेवा निवृत्त है.

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फर्जी मेल से मांगी थी अधिकारियों की जानकारी

बता दें कि ठग ने एक दिन पहले फर्जी ई मेल कर वरिष्ठ अधिकारियों से अपने को सीवीसी का सदस्य बताकर जानकरी भी मांगी थी. इस बात का खुलासा ठग का मोबाइल चेक करने पर पता चला, पुलिस ने बताया कि बुजुर्ग ठग की उम्र 65 साल है जो दुग्ध संघ उज्जैन से सेवा निवृत्त है जिसके खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.

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ठग नहीं दे पाया आईडी कार्ड

उज्जैन पुलिस ने बताया कि जब ठग अपना आईडी कार्ड नहीं दे पाया, तब एडिशनल एसपी अमरेंद्र सिंह को इस पूरे मामले की सूचना दी गई. उनको बताया गया कि एक बुजुर्ग शख्स आया है, जो खुद को पीएमओ का सलाहकार बता रहा है, लेकिन उस पर शक भी हो रहा है. जिसके बाद माधवनगर थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ कार्यालय पहुंचे और उन्होंने जब ठग से बारीकी से पूछताछ शुरू की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ. फिलहाल पुलिस बुजुर्ग ठग से पूछताछ में जुटी है.

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अधिकारियों से बढ़ाता था मेल जोल

पूछताछ में बुजुर्ग व्यक्ति ने बताया कि वह केंद्रीय सतर्कता आयोग का सदस्य नहीं है. वह सिर्फ अधिकारियों से मेल जोल बढ़ाने के लिए ये सब करता था. इससे उसके निजी काम आसानी से हो जाते थे. अधिकारियों को मेल करने के लिए प्रमोद [email protected] आईडी का इस्तेमाल करता था. इसमें उसने खुद को सीवीसी सदस्य के रूप में उल्लेखित किया है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही अधिकारियों को किए मेल में उसने सीसी में पीएमओ, एनएसए, कैबिनेट सेक्रेटरी ऑफ इंडिया को भी रखा है.

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