रायपुर। स्कूल-कॉलेजों की परीक्षा में नकल मारने पर कई तरह की दंडात्मक कार्रवाई चिट मारने वाले छात्र के खिलाफ की जाती है. लेकिन जब सरकारी संस्थाएं ही चीटिंग करने लगे तो क्या कहा जाए और क्या किया जाए. आप भी सोच रहे होंगे की यह चीटिंग कर कौन रहा है और क्यों कर रहा है.

दरअसल यह चीटिंग और कोई नहीं बल्कि नगर निगम कर रहा है, अधिकारियों को डर सता रहा है कि उनके काम-काज की वजह से कहीं नगर निगम इस दफा स्वच्छता सर्वेक्षण में फेल न हो जाए लिहाजा स्वच्छता सर्वेक्षण में किस प्रकार प्रथम आया जाए इसके लिए अब सभी नगर निगम साम दाम दंड भेद की नीति अपनाने से भी नहीं चूक रहे हैं. इसी कड़ी में रायपुर नगर पालिक निगम ने उन प्रश्नों को जारी कर दिया है जो स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए शहर पहुंची टीम द्वारा पूछा जाएगा. यही नहीं निगम के अधिकारियों ने आम जनता को सख्त ताकीद दी है कि उन्हें टीम के सामने उत्तर क्या देना है? उन्होंने जनता को याद करने के लिए प्रश्नों के साथ ही उसका उत्तर भी जारी कर दिया है. सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि निगम बगैर काम किये गलत तरीके से इस तरह नंबर हासिल करने की कोशिश कर रहा है.

निगम द्वारा जारी किया गया प्रश्न-उत्तर

टीम आप से पूछेगी कि क्या आप से डोर टू डोर कलेक्शन के लिए गीला एवं सूखा कचरा अलग अलग मांगा जाता है? आपको हां कहना है. क्या आप पाते हैं कि आपके शहर की सड़कों पर सड़क डिवाइडर उचित रूप से पौधों से ढके हैं? तो भी आपको हां कहना है. क्या आपको अपने शहर कचरा मुक्त शहर स्टार रेटिंग का स्टेटस पता है? आपको कहना है हां 7 स्टार सिटी है. क्या आप अपशिष्ट को संग्रहणकरता को देने से पहले अलग अलग करके देते हैं? तो आपको कहना हां. किस प्रकार से अलग अलग करके देते हैं? तो आपको बताना है कि गीला कचरा और सूखा कचरा अलग अलग करके देते हैं. आपसे पूछा जाएगा कि आप क्या यूजर चार्ज देते हैं? तो आपको कहना है कि हां. कितना रुपए देते हैं? तो आपको कहना है घरों के लिए 30 रुपए और दुकानों के लिए 50 रुपए.

इस प्रकार से 24 प्रश्नों के साथ उनके मॉडल आंसर जारी किए गए हैं ताकि जनता उसका जवाब जान ले. कुछ लोग बता रहे हैं कि दबाव पूर्वक यह जवाब भी दिलवाया जा सकता है. कुछ लोगों का कहना है कि टीम के तेवर अच्छे दिखे तो नगर निगम ऐसे कुछ पहले से दस्तखत कराए हुए प्रश्नों के उत्तर देकर उनको 7 स्टार सिटी की खासियत बताएगा. देखिए प्रश्न और वह उत्तर जो स्वच्छता सर्वेक्षण टीम आपके यहां आने पर आपको देना है.

वैसे जनता को मालूम है कि मॉडल उत्तर में कितने उत्तर गलत है. परंतु नगर निगम भी गलत नहीं है, उसका मानना है कि रायपुर की जनता का मोरल और नैतिक मूल्य इतने ऊंचे हैं कि अपने शहर को प्रथम स्थान दिलाने के लिए वह गलत जानकारी देख कर भी प्रथम स्थान पाने के लिए सहयोग करेगी. निगम के विश्वसनीय सूत्रों का मानना है कि अगर जनता मॉडल आंसर के समान जवाब दे दे तो कोई ताकत नहीं है जो रायपुर शहर को नंबर वन बनाने से रोक सकें.

स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम कर गोपनीय सर्वे

आपको बता दें कि बेहद गोपनीय तरीके से दिल्ली से आई 3 युवतियों और दो युवकों की टीम स्वच्छता सर्वेक्षण कर रही है. नगर निगम अभी तक के यह नहीं पता लगा पाया है कि टीम रुकी कहां है. टीम की हाई लेवल मॉनिटरिंग जारी है.

जनता को जागरुक किया जा रहा

उधर इस मामले में रायपुर नगर निगम आयुक्त शिव अनंत तायल ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में सभी आरोपों से इंकार किया है. उन्होंने कहा कि आम जनता को सर्वेक्षण के लिए जागरुक किया जा रहा है कि उनसे फीडबैक लिया जाएगा. उनसे फीडबैक लेने स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम आ सकती है या उनके पास फोन आ सकते हैं. जानकारी के अभाव में टीम के सदस्यों से किसी तरह का कोई विवाद न हो, इसलिए लोगों को इसके बारे में बताया जा रहा है. इसमें गोपनीयता की कोई बात नहीं है.