रायपुर। इन दिनों ठंड का कहर जारी है, अचानक पारा गिरने से लोगों का हाल बेहाल है. सुबह उठते ही घास में ओस की परतें जमी हुई मिलती है. जिस तरह से अचानक पारा बहुत ज्यादा लुढ़का है, उसने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. क्योंकि ज्यादा तापमान गिरने से किसानों की फसलों पर पाला पड़ेगा जिससे सब्जी की फसल खराब होने की संभावना है.
सब्जी की खेती करने वाले किसान खूबचंद बताते हैं कि उन्होंने मौजूदा साल लगभग 14 से 15 एकड़ जमीन पर सब्जी की फसल लगाई है. जिसमें ठंड में नुकसान होने वाली जो सब्जी की फसल है, वह लगभग 5 एकड़ में लगी हुई है. बैगन, मिर्च, सेम और टमाटर जैसी फसलों पर ठंड का ज्यादा असर होता है. Read More – अगहन के गुरुवार : 15 खूबसूरत अल्पना रंगोली डिजाइन से करें मां लक्ष्मी का स्वागत …
पाला हमेशा ऊंचाई वाले क्षेत्र में नहीं पड़ता
पारा लुढ़कने की वजह से फसल बर्बाद हो रही है. कृषि वैज्ञानिक के अनुसार रबी सीजन की फसलों के लिए ठंड की भी आवश्यकता होती है. क्योंकि ठंड पड़ने से फसल में कीड़े-मकोड़ों का प्रकोप कम होगा, साथ ही गेहूं मटर जैसी फसलों में फ्लावरिंग इन्हेन्स होगी. आप देखोगे कि पिछले साल ठंड इतनी ज्यादा नहीं पड़ी तो गेहूं की फसल दाने पतले और कमजोर हो गए, इसलिए फसल के लिए ठंड की भी आवश्यकता है. चूंकि मौसम ने करवट बदली है और टेंपरेचर बहुत ज्यादा डाउन हुआ है. Read More – ऑलिव कलर के स्विमसूट में Monalisa ने शेयर किया Photo, 41 की उम्र में दिखाई दिलकश अदाएं …
ऐसे में किसानों को सजग रहकर फसलों की देखरेख करनी पड़ेगी. जब मौसम साफ रहता है और हवा चलती है, अचानक से टेंपरेचर 5 डिग्री से नीचे गिर जाता है और पाला पड़ने की संभावना बढ़ जाती है. पाला हमेशा ऊंचाई वाले क्षेत्र में नहीं पड़ता, बल्कि नीचे के क्षेत्र में भी पड़ता है. जिस तरह से तापमान लगातार नीचे जा रहा है उससे किसानों को भी चिंता सता रही है कि कहीं उनके खड़ी फसल पर पाला ना पड़ जाए नहीं तो उन्हें आर्थिक नुकसान भी झेलनी पड़ेगी.
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