रायपुर. सावन के महीने में सोमवार का विशेष महत्व होता है. इसे भगवान शिव का दिन माना जाता है. इसलिए सोमवार के दिन शिव भक्त शिवालयों में जाकर शिव की विशेष पूजा अर्चना करते हैं. सोमवार को शिव जी की पूजा करने से अन्य दिनों की अपेक्षा कई गुणा पुण्य प्राप्त होता है. इस दिन भक्ति पूर्वक शिव की पूजा करने से शत्रुओं पर विजय मिलती है.

कार्य क्षेत्र एवं जीवन के दूसरे क्षेत्रों में आने वाली बाधाओं का निवारण होता है. जीवन पर आने वाले संकट टल जाते हैं. भगवान शिव की पूजा करने से दांपत्य जीवन में आपसी प्रेम और सहयोग बढ़ता है. आर्थिक परेशानियों में कमी आती है तथा जीवन पर आने वाले संकट से भगवान शिव रक्षा करते हैं.

सावन सोमवार व्रत सूर्योदय से प्रारंभ कर तीसरे पहर तक किया जाता है. शिव पूजा के बाद सोमवार व्रत की कथा सुननी आवश्यक है. व्रत करने वाले को दिन में एक बार भोजन करना चाहिए. सावन सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त में सोकर उठें. पूरे घर की सफाई कर स्नानादि से निवृत्त हो जाएं. गंगा जल या पवित्र जल पूरे घर में छिडकें. घर में ही किसी पवित्र स्थान पर भगवान शिव की मूर्ति या चित्र स्थापित करें.

ध्यान के पश्चात ‘‘ऊँ नमः शिवाय’’ से शिवजी का तथा ‘‘ऊँ नमः शिवायै’’ से पार्वतीजी का षोडशोपचार पूजन करें. पूजन के पश्चात व्रत कथा सुनें. तत्पश्चात आरती कर प्रसाद वितरण करें. इसकें बाद भोजन या फलाहार ग्रहण करें.

सावन सोमवार व्रत फल

सोमवार व्रत नियमित रूप से करने पर भगवान शिव तथा देवी पार्वती की अनुकम्पा बनी रहती है. जीवन धन-धान्य से भर जाता है. सभी अनिष्टों का भगवान शिव हरण कर भक्तों के कष्टों को दूर करते हैं.