इस वर्ष की होली के दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है, जो भारतीय उप-महाद्वीप में देखा जा सकेगा. चंद्र ग्रहण का वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह तथ्य है कि यह होली के दिन बड़े पौराणिक और धार्मिक महत्व के साथ हो रहा है. इसे अद्वितीयता के माहौल में देखा जा रहा है, जिससे लोगों में आध्यात्मिक और भावनात्मक उत्साह बढ़ा है.
साथ ही होलिका दहन भी इस दिन हो रहा है, जो हिन्दू धर्म में प्राचीन परंपरा से जुड़ा हुआ है. होलिका दहन का उत्साहपूर्ण समापन, भक्तों में श्रद्धा और समर्पण का वातावरण बना रहेगा. होली के रंगों वाले धूमधाम से संबंधित, निर्देशकों ने इस बार स्वास्थ्य और सुरक्षा को महत्वपूर्णता दी है. चिकित्सकों की सलाह पर आधारित, रंगों का सही चयन करने का सुझाव दिया जा रहा है, ताकि त्वचा को कोई नुकसान न हो. सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य सुरक्षा उपायों का भी पालन किया जाएगा. Read More – Ekta Kapoor ने Ankita Lokhande को दिया बड़ा ऑफर! Bigg Boss के बाद इस सीरियल में आ सकती हैं नजर …
स्वास्थ्य विभाग ने इस बार के होली उत्सव के दौरान वायरस की बढ़ती चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए लोगों से अत्यंत सतर्क रहने की अपील की है. भीड़-भाड़ वाले स्थानों से बचने और व्यक्तिगत स्वच्छता का पूरा ध्यान रखने का सुझाव दिया जा रहा है.
इसी तरह होली के इस खास मौके पर सुरक्षितीकरण के नियमों का पालन करते हुए, रंगीन होली का आनंद लेने का समय आ गया है. यह एक सामूहिक ऊर्जा और समर्थन का मौसम है, जो सभी को साथ मिलकर मनाना चाहिए. Read More – ‘मरने के बाद’ जिंदा हुई Poonam Pandey, Video आया सामने …
भारत में चंद्र ग्रहण दिखाई न देने के कारण यहां इसका प्रभाव नहीं रहेगा. ऐसे में धुलंडी या रंगों वाली होली खेलने पर भी कोई रोक नहीं होगी. इसलिए आप रंगों वाली होली खेल सकेंगे और पूर्णिमा तिथि से जुड़े पूजा-पाठ आदि भी कर सकेंगे.
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