साल की पहली सोमवती अमावस्या 08 अप्रैल 2024 को मनाई जाएगी. सोमवती अमावस्या के दिन पितरों को खुश करने के लिए कई कार्य किए जाते है, ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और यदि पितृ नाराज़ होते है तो बनते हुए काम भी बिगड़ जाते हैं. पितर दोष दूर करने के लिए सोमवार को कच्चे दूध, दही, शहद, मिलाकर शिवजी का अभिषेक किया जाता है और चौमुखी दीपक लगाया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन जगहों पर भी दीपक लगाने से पितृ दोष दूर होता है? आइए जानते हैं इसके बारे में.

पीपल के पेड़ में दीपक

सोमवती अमावस्या पर पीपल के पेड़ में जल चढ़ाएं और शाम के समय में दीपक जलाकर पीपल के नीचे बैठकर पितृ सूक्त का पाठ करें, इससे पितृ प्रसन्न होते हैं और दरिद्रता का नाश होता है. Read More – Navjot Singh Sidhu ने सोशल मीडिया में शेयर किया पोस्ट, कैंसर से जूझ रही पत्नी की सेहत को लेकर दी जानकारी …

सफेद फूल चढ़ाएं

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पितरों को सफेद रंग के फूल प्रिय होते हैं. सफेद रंग के फूलों को अर्पित करने से नाराज पितर खुश हो सकते हैं. सफेद रंग सादगी और पवित्रता का प्रतीक होता है. इस वजह से पितरों के​ लिए सफेद वस्त्र ही दान करते हैं. पितरों की पूजा में आप कोई भी फूल नहीं चढ़ा सकते हैं, हालांकि अज्ञानतावश लोग कोई फूल चढ़ाने की गलती कर देते हैं.

हनुमानजी के सामने दीपक

सोमवती अमावस्या पर हनुमानजी के सामने दीपक जलाएं और सुंदर कांड हनुमान चालीसा का पाठ करें, ऐसा करने से शक्ति मिलती है, शनि दोष से मुक्ति मिलती है और शत्रुओं का नाश होता है. सोमवती अमावस्या पर सूर्यास्त के बाद नदी में आटे से बने दीपक को प्रवाहित करें, कहते हैं इस दिन पितृ धरती पर आते हैं और सूर्यास्त के वक़्त वापस लौटते हैं, उन्हें लौटते समय रास्ते में अँधेरा न हो इसके लिए पितरों के लिए दीप जलाए जाते हैं. Read More – Abhishek Bachchan और Aishwarya Rai का डांस वीडियो आया सामने, ‘गल्लां गूड़ियां’ गाने में एक साथ झूमते आए नजर …

ईशान कोण में दीपक

अमावस्या के दिन रात को घर के ईशान कोण यानी उत्तर और पूर्व दिशा के बीच में दीपक जलाने से पितरों और महालक्ष्मी दोनों की कृपा मिलती है, साथ ही धन की समस्या हल हो जाती है.

केसर युक्त दीपक

अमावस्या की शाम को लाल रंग के धागे के इस्तेमाल से केसर डालकर घी का दीपक जलाएं और श्री सूक्त का पाठ करें, ऐसा करने से लक्ष्मी जी घर में आती है और सुख समृद्धि होती है.