अखिल मानिकपुरी, बालौदाबाजार. जिले के भटगांव में खुलेआम प्रशासन के नाक के नीचे बिना बेच क्रमांक व बिना उत्पादन तारीख के मद्रासी मिक्सर की बाजार में ब्रिकी की जा रही है. खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है. इस सामाग्री की ब्रिकी ग्रामीण इलाकों में किया जा रहा है. जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है. उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. यह सब कुछ स्थानीय रसूखदारों के सरंक्षण से हो रहा है. जो ऐसे अवैध कारोबारियों का समर्थन दे रहे है.

दरअसल यह पूरा मामला बालौदाबाजार जिले के भटगांव का है जहां खुलेआम मिक्सर, चना, मटर, मिठाई व अन्य प्रकार का खाद्य पदार्थ का उत्पादन किया जा रहा है. इतना ही नहीं सामग्रियां बिना ढके खुले आम बिक रहीं है. इन पर न ही उत्पादन के डेट है औऱ न ही कोई बेच क्रमांक है. जिससे लोगों को यह पता ही नहीं लग पाता है कि यह एक्सपायरी हुई है या नहीं. जिसे खाने से लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. यही नहीं यह संचालन बिना विभागीय अनुमति के किया जा रहा है. जिससे सरकारी खजाने पर चपेट भी लगाया जा रहा है.

तस्वीरों में आपको साफ दिख रहा होगा कि निर्माण स्थल पर गंदगियों का ढेर पड़ा हुआ है. उसके बावजूद भी ऐसे स्थितियों में खाद्य पदार्थों का निर्माण किया जा रहा है. जो कि आम लोगों को बीमारी का न्योता दे रहा है. जिससे लोगों के स्वास्थ्य में सिर्फ और सिर्फ नुकसान होना ही दिख रहा है.

इस बारे में जब हमने निर्माणकर्ताओं से पूछा तो उनका कहना है कि उत्पादन के लिए कोई विभागीय अनुमति नहीं लिये है. पिछले 6 वर्षों से निर्माण कर वितरण किया जा रहा है. ऐसे स्थितियों से अंदाजा लगाया जा सकता है. स्थानीय रसूखदारों की सांठ-गांठ से यह कार्य को अंजाम दिया जा रहा है.

इस मामले में जब लल्लूराम डॉट कॉम ने फूड एंड सेप्टी विभाग के अधिकारी उमेश वर्मा से फोन पर बातचीत की तो उन्होंने कहा कि आपके माध्यम से इस मामले की जानकारी प्राप्त हुई है. यदि भटगांव में इस प्रकरण की कार्य संचालन के लिए किसी भी प्रकार का लाइसेंस स्वीकृत नहीं हुआ और कार्य का संचालन हो रही है. तो वह बहुत ही गलत है. इस मामले की जांच की जाएगी. जांच में मामला सही पाए जाने पर दुकान संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

अब देखना यह होगा कि इस संबंध में अधिकारी क्या कोई कार्रवाई करते है या फिर ये सांठ-गांठ का सिलसिला लगातार जारी रहेगा. ऐसे ही खाद्य सामग्री धड़ल्ले से बाजार में बिकता रहेगा. और आम आदमी के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ होता रहेगा.