बिलासपुर. हेलो सर आप बिलासपुर से बोल रहे है? मैं श्रेया (बदला हुआ नाम) बोल रही हूं. क्या हमसफर एक्स्प्रेस ट्रेन बिलासपुर पहुंच चुकी है? मेरे पापा दिल्ली से लौट रहे थे. उनको सुबह 6 बजे बिलासपुर पहुंच जाना था, लेकिन कई बार कॉल करने पर भी वो कॉल नहीं उठा रहे हैं. मुझे डर लग रहा है… ये सब बातें एक लड़की ने बिलासपुर रेंज के आईजी रतनलाल डांगी को कही. अब आप सोच रहे होंगे आखिर माजरा क्या है ?

दरअसल, आज सुबह किसी लड़की ने आईज को कॉल कर अपने पापा के नहीं मिलने की बात बताई. जब उसके पापा समय पर घर नहीं पहुंचे तो उसे समझ नहीं आ रहा था कि वो क्या करे, किसको फोन लगाए ? तब उसने आईजी रतनलाल डांगी को फोन लगाया और एक सांस में ये सारी बात कह डाली.

आप ही मेरी मदद कर सकते हैं…

जब लड़की ने अपनी बात खत्म की तो इधर से आईजी ने पूछा कि आपको किससे बात करनी है? तब लड़की ने कहा कि सर आप ही से बात करनी है. लड़की ने आगे कहा कि सर पापा कॉल नहीं उठा रहे हैं. मुझे लगा आप ही मेरी मदद कर सकते हैं. प्लीज सर… ये सुनते ही आईजी ने तुरंत जीआरपी निरीक्षक बिलासपुर से बात करके उस बच्ची की मदद करने को निर्देशित किया और बच्ची का नंबर भेजकर उससे बात करने को कहा. निरीक्षक ने लड़की को फोन लगाया. लड़की ने तुरंत बात की और अपने पापा की फोटो और आधारकार्ड निरीक्षक को भेजा.

गूगल से मिला नंबर

इसके बाद निरीक्षक ने बिना देर किए रेल्वे स्टेशन पर फोटो की मदद से उस व्यक्ति को ढूंढ निकाला और उनके परिजनों से उनकी बात भी कराई. जिसके बाद लड़की ने कॉल करके आईजी और टीआई को धन्यवाद दिया. साथ ही लड़की ने बताया कि जब उसकी बात उसके पापा से नहीं हुई तो मदद के लिए किसको कॉल करूं ये सोच रही थी. लड़की के पास किसी का नंबर भी नहीं था. तब गूगल पर नंबर सर्च किया तो रतनलाल डांगी के नाम से नंबर मिला. जिसके बाद लड़की ने तुरंत उनसे बात करके सब बताया.

पहले भी लोगों की मदद कर चुके हैं आईजी

बता दें कि इससे पहले भी एक बार दो बहनों को मुंबई जाते हुए ट्रेन में कोई छेड़ रहा था. लड़कियों ने आईजी डांगी से मदद मांगी तो आईजी ने तत्काल चलती ट्रेन में उनकी मदद करवाई और उस लड़के को गिरफ्तार कर लिया गया.

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