Gallantry awards 2025 : ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की सरहद में घुसे बिना आतंक के अड्डों को नेस्तनाबूद करने वाले भारतीय वायुसेना के जांबाज अब राष्ट्र के गर्व का कारण बन गए हैं. केंद्र सरकार ने गुरुवार को ऑपरेशन सिंदूर में अहम भूमिका निभाने वाले 26 वायु सैनिकों को वीरता पुरस्कार (Gallantry awards) देने की घोषणा की. सम्मानित होने वालों में वे अधिकारी और जवान भी शामिल हैं जिन्होंने S-400 और अन्य हथियारों का संचालन किया था। साथ ही इन जवानों ने पाकिस्तान द्वारा किए गए हमलों को योजना बनाकर सभी हमलों को विफल किया था। इन सभी अधिकारियों और जवानों को 15 अगस्त को स्वंतत्रता दिवस पर सम्मानित किया जाएगा।

वीर चक्र से सम्मानित जांबाज

घोषणा के मुताबिक, 9 वायुसेना अधिकारियों को वीर चक्र से नवाजा गया है. इनमें ग्रुप कैप्टन आर एस सिद्धू, मनीष अरोड़ा, अनिमेष पाटनी और कुणाल कालरा शामिल हैं. इसके अलावा विंग कमांडर जॉय चंद्रा, स्क्वाड्रन लीडर सार्थक कुमार, सिद्धांत सिंह, रिजवान मलिक और फ्लाइट लेफ्टिनेंट ए एस ठाकुर को भी यह सम्मान मिला है. ये सभी अधिकारी पाकिस्तान के मुरिदके और बहावलपुर में आतंकवादी ठिकानों पर हमले में शामिल रहे.

पहली बार ‘सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक’

इस अभियान में पहली बार वायुसेना अधिकारियों को ‘सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक’ भी दिया गया है. सेना, नौसेना और वायुसेना के अधिकारियों को मिले ये सम्मान ऑपरेशन सिंदूर में उनके योगदान को सलाम करते हैं.

ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान ने ड्रोन हमले किए, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने उन्हें नाकाम कर दिया. 10 मई को भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान के 11 अहम सैन्य और रडार ठिकानों पर फिर से हमला किया.

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता

7 मई को शुरू हुआ ऑपरेशन सिंदूर, पहलगाम आतंकी हमले (जिसमें 26 लोगों की जान गई थी) के जवाब में अंजाम दिया गया था. भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान की सीमा में 9 आतंकी ठिकानों पर निशाना साधा और 100 से ज्यादा आतंकियों को ढेर किया. इस कार्रवाई के दौरान भारतीय वायुसेना ने 6 पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों को मार गिराया और कई एफ-16 को नुकसान पहुंचाया.

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m