दीपक ताम्रकार, डिंडोरी। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के डिंडोरी जिले (Dindori) में एक कंपनी की लापरवाही की वजह से मध्य प्रदेश सरकार को दोहरा आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। सरकार ने पहले समर्थन मूल्य में धान खरीदा और उसका भुगतान किसानों को किया फिर धान के रखरखाव की जिम्मेदारी के लिए निजी कंपनी को ठेका दिया था। लेकिन हालात क्या निकले तस्वीर आपके सामने है।
दरसअल निजी कंपनी गो ग्रीन ने डिंडोरी जिला में साल 22-23 में धान की सुरक्षा और देख रेख के लिए ठेका सरकार से लिया था। लेकिन गो ग्रीन कंपनी की लापरवाही से लगभग 11 हजार 677 कुंटल धान पूरी तरह से सड़ गया। वेयर हाउसिंग विभाग के अधिकारी लाल मरावी की दलील है कि उनके कार्यक्रल के पूर्व यह पूरी गड़बड़ी हुई थी जिसकी रिपोर्ट मप्र शासन को भेजी जा चुकी है।
ऐसा नहीं है कि गो ग्रीन कंपनी ने अमरपुर ब्लाक के चांदपुर के ओपन कैंप में ही लापरवाही की है, बल्कि जिले के तीन जगहों में गो ग्रीन कंपनी की वजह से ओपन कैंप में रखी धान सड़ गई और पूर्व के अधिकारी ने गो ग्रीन कंपनी को साल 2020 – 2022 में 32 लाख का भुगतान तक किया था, लेकिन साल 2022-23 का भुगतान रोक दिया गया, जिससे साफ नजर आता है कि कंपनी को विभाग के अधिकारी की मिली भगत से मध्यप्रदेश सरकार को दोहरा आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा है।
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