Chhath Puja 2025: बिहार की राजधानी पटना में छठ पूजा के अंतिम दिन आज मंगलवार को लाखों श्रद्धालुओं ने उगते सूर्य को अर्घ्य दिया. लाखों की संख्या में छठ व्रती, दीघा घाट, गंगा घाट और कंगना घाट समेत अन्य घाटों पर पहुंचे थे. पटना के अलावा गया, मुजफ्फरपुर, वैशाली, छपरा, आरा, भागलपुर, बक्सर में भी हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने नदियों और तालाबों पर जाकर सूर्य की उपासना की. इसी के साथ चार दिवसीय छठ महापर्व का अंतिम दिन बड़े ही श्रद्धा और धूमधाम के साथ संपन्न हुआ.
36 घंटे निर्जला व्रत का हुआ समापन
छठ पूजा के चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठ व्रतियों ने अपने 36 घंटे के निर्जला व्रत का पारण करके समापन किया. सभी के बीच ठेकुआ प्रसाद का वितरण किया गया. मान्यता है कि उगते सूर्य को अर्घ्य देने से आरोग्य, सौभाग्य और संतान की प्राप्ति होती है. इस साल लोक आस्था का महापर्व छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान शनिवार (25 अक्टूबर) को नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ था.
पूजा के बाद व्रती कच्चे दूध का शरबत पीकर या ठेकुआ या किसी अन्य चीज का प्रसाद खाकर व्रत को पूरा करती हैं, जिसे पारण या परना कहा जाता है और इसी के साथ छठ पर्व का समापन हो जाता है. वहीं कुछ महिलाएं अर्घ्य के बाद घर लौटकर पूजा स्थान पर दीप जलाती हैं और परिवार सहित प्रसाद ग्रहण करती हैं.
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