Bihar News: जमुई जिले में हुई एक शादी चर्चा का विषय बनी हुई है. एक शख्स की शादी 9 मई को होनी थी, लेकिन लड़का-लड़की एक महीने का इंतजार नहीं कर सके और घर से भागकर मंदिर में शादी रचा ली. दोनों के बारे में जानकर घरवाले भी हैरान रह गए. दोनों के परिवार शादी की तैयारियों में जुटे हुए थे. यहां तक कि हलवाई, बैंडबाजा, डीजे आदि भी बुक किए जा चुके थे. सभी को एडवांस में पेमेंट भी कर दी गई थी, लेकिन इससे पहले ही लड़का-लड़की ने शादी रचा ली. 

लोगों की लगी भीड़

मामला जमुई प्रखंड के अंबा गांव का है. यहां गुरुवार रात को अजीत कुमार नाम का शख्स अंजली कुमारी के साथ मंदिर में शादी रचाकर घर पहुंच गया. नवविवाहित जोड़े को देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई. लोग हैरान थे कि घरवालों की सहमति थी, शादी के लिए 9 मई की डेट निर्धारित भी हो गई थी, लेकिन ऐसी क्या जल्दी थी कि लड़का-लड़की एक महीने का इंतजार भी नहीं कर सके?

सब कुछ करना पड़ा कैंसिल

घरवाले धूमधाम से दोनों की शादी करना चाह रहे थे, लेकिन उनके अरमानों पर पानी फिर गया. बैंडबाजा, बारात और शादी की सारी रस्में उनको कैंसिल करनी पड़ गईं. लोगों में चर्चा है कि विवाह फिल्म के गाने ‘अभी बाकी हैं हफ्ते 4’ की तर्ज पर दोनों ने शादी रचाई है. दरअसल, अंबा गांव के रहने वाले दशरथ मंडल के पुत्र अजीत कुमार की शादी खैरा प्रखंड के सगदाहा गांव की रहने वाली प्रकाश रावत की पुत्री अंजली कुमारी से तय हुई थी. कुछ समय पहले ही आपसी रजामंदी से परिवार वालों ने रिश्ता तय किया था. शादी के लिए 9 मई का दिन निर्धारित किया गया था, तिलक आदि की भी प्रक्रिया पूरी कर ली गई थी.

हिंदू रीति-रिवाज से विवाह संपन्न

इसके बाद अंजली और अजीत में फोन पर बातें होने लगी थीं. बातों-बातों में दोनों की चाहत बढ़ती गई और दोनों को दूरियां बर्दाश्त नहीं हुईं. अजीत गाड़ी लेकर अंजली के घर पहुंच गया, दोनों ने दुर्गा मंदिर में विवाह रचा लिया. इसके बाद अंजली को लेकर अपने घर पहुंच गया. अंजली के परिवार वाले भी अजीत के घर पहुंच गए और बेटी को ले जाने की जिद्द करने लगे. अंजली ने जाने से मना कर दिया. इसके बाद शुक्रवार शाम को पतनेश्वर धाम मंदिर में दोनों परिवार वालों ने हिंदू रीति-रिवाज से विवाह संपन्न करवाया.

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