अभिषेक सेमर, तखतपुर। बिलासपुर रेंज के वन विभाग की लापरवाही और जंगली जानवरों के शिकारियों के कारण एक आदिवासी की बलि चढ़ गई। जूनापारा क्षेत्र के छिरहापारा से गुम युवक की अधजली लाश जंगल में मिली है। जांच में पता चला है कि युवक की मौत जंगली जानवरों के शिकार के लिए बिछाए गए बिजली तार की चपेट में आने से हुई है। इस मामले में पुलिस ने 5 संदेहियों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार कोटा थाना क्षेत्र के करपिहा के जंगल में 03 नवंबर को एक व्यक्ति की अधजली लाश मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। लाश की पहचान जूनापारा चौकी क्षेत्र के छिरहापारा निवासी अयोध्या खुसरो के रूप में हुई है। जांच के दौरान पता चला कि अयोध्या खुसरो 29 अक्टूबर से लापता था। उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट 1 नवंबर को जूनापारा चौकी में लिखाई गई थी।

जूनापारा चौकी पुलिस को गुम इंसान की जांच और पूछताछ में पता चला कि अयोध्या गांव के ही दो व्यक्तियों के साथ जंगल की ओर गया था। दोनों ने पूछताछ में बताया कि वे तीनों करपिहा के जंगल की ओर गए थे, जहां अयोध्या खुसरो जंगली जानवरों के शिकार के लिए बिछाए गए तार में चिपक गया और उसकी मौत हो गई। वे दोनों डर कर वहां से वापस आ गए। शव मिलने के बाद मर्ग की जांच के दौरान पता चला कि गांव के ही एक व्यक्ति जंगली जानवरों के शिकार के लिए करंट वाला तार बिछाने का अवैध काम करता है।

आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर पता चला कि शिकार के लिए खंभे से तार खींचकर जमीन पर बिछाया गया था। आदिवासी युवक अयोध्या उस करंट दौड़ रही खुली तार के चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए बिलासपुर एसएसपी रजनेश सिंह के निर्देश के बाद जूनापारा चौकी और कोटा पुलिस की संयुक्त टीम मामले की जांच कर रही है और संदेहियों से बारीकियों से पूछताछ कर रही है।