रायपुर. छत्तीसगढ़ में विद्युत संविदा कर्मचारी संघ ने अनिश्चितकालीन हड़ताल के 38वें दिन जल सत्याग्रह किया. जिसमें 6 से ज्यादा लोगों की तबीयत खराब हो गई. इस बीच एक युवक सड़क पर ही तड़पता रहा और वहां मौजूद पुलिस मुकदर्शक बनी रही. लल्लूराम डॉट कॉम के हस्तक्षेप के बाद पुलिस आनन-फानन में अपनी गाड़ी में ही युवक को लेकर हॉस्पिटल के लिए निकली.

विद्युत संविदा कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आज हम जल सत्याग्रह कर रहे हैं. लेकिन यहां पर कोई व्यवस्था नहीं है. तपती गर्मी में अपनी मांगो को लेकर हम पिछले 38 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. ना कोई बात करने के लिए तैयार है.

प्रशासन की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं- प्रदेश अध्यक्ष

प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि 6 से ज्यादा साथियों की तबीयत बिगड़ गई. जिसमें 3 की हालत गंभीर है. दो लोगों को किसी तरह अस्पताल पहुंचाया गया है और एक सड़क पर ही तड़प रहा है. हॉस्पिटल ले जाने की कोई व्यवस्था नहीं है. ये तानाशाही रवैया है. जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

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कई साथियों की हो चुकी मौत- प्रदेश अध्यक्ष

प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि हम अपने हक के लिए लड़ रहे हैं और ये हम से कोई नहीं छीन सकता. उन्होंने बताया कि आंदोलन के दौरान हमारे कई साथियों की मौत हो चुकी है. साथ ही ऐसे लोग भी संघर्ष कर रहे हैं तो दिव्यांग हैं.

ये है कर्मचारियों की दो सूत्री मांग

  • विद्युत संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जाए.
  • बिजली दुर्घटना में अपने अंग खोए और मृत साथियों के परिजनों को मुआवजा राशि के साथ अनुकंपा नियुक्ति दी जाए.