गरियाबंद. जिले के भोजनालय और होटलों में खाद्य विभाग ने आज छापामार कार्रवाई की. इस दौरान अधिकारियों को भोजननालय में मक्खियां भिनभिनाती हुई दिखी. होटलों में समोसे खुले में बेची जा रही थी. खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने ये हालत देख जमकर भड़के. उन्होंने मौके पर कई होटलों में पसरी गंदगी को साफ कराया. जांच में पहुंचे अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि सब कुछ व्यवस्थित कर लो नहीं ते वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.

आज जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी तरुण बिरला अपने अमले के साथ पहुंचे और मुख्यालय में संचालित 20 से भी ज्यादा होटल, स्वीट्स व गुमटियों में घूम-घूमकर मानकों का जायजा लिया. अफसरों को अधिकांश जगह पर अव्यवस्था दिखी. कई भोजनालयों में पीने का साफ पानी नहीं दिखा तो कुछ में हाथ धोने के बेसिन भी नहीं थे. होटलों में बिक रही मिठाइयों में भी मक्खियां भिन-भिना रही थी. सड़क किनारे लगे गुमटियों में खुले में समोसा पकोड़े बिक रहा था. जिसे देखकर खाद्य अधिकारी ने पहले होटलों में साफ-सफाई कराया. फिर होटल वालों को खाने के सामान रखने के तौर तरीके बताए. शुद्धता की कसौटी में नहीं उतरने से खाने वालों पर दुष्प्रभाव की संभावना भी बताया. FSSAI पंजीयन के तरीका भी बताया. जिन प्रतिष्ठानों ने सुरक्षा अधिनियम के मानकों के तहत FSSAI पंजीयन कराया है, उन्हें भविष्य में मनकों का पालन नहीं करने पर वैधानिक कार्रवाई करने की चेतावनी दी है. जिन्होंने पंजीयन नहीं कराया है, उन्हें पंजीयन की प्रक्रिया से अवगत कराया गया.

मध्यान्ह भोजन संचालन करने वाले समूहों का भी होगा पंजीयन

खाद्य सुरक्षा अधिकारी बीईओ प्रदीप शर्मा मिलकर एमडीएम संचालन करने वाले समूहों के पंजीयन की जानकारी लिया. तीन साल पहले जारी निर्देशों के बावजूद 117 स्कूलों में बच्चों को मध्यान्ह भोजन परोसने वाले एक भी समूह का खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत पंजीयन नहीं होना पाया गया.

 

अफसरों ने आपस में चर्चा कर इस माह में सभी समूहों का पंजीयन कराने रूपरेखा तैयार किया. बीईओ ने सभी समूहों को पत्र जारी कर पंजीयन के लिए आवश्यक दस्तावेज की मांग किया है. बीईओ ने भी माना कि इस कार्य को प्राथमिकता से पहले ही करा लिया जाना था.