नई दिल्ली। मानव सभ्यता के इतिहास में 28 मई एक नया अध्याय जुड़ जाएगा, जब अमेरिका के फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से निजी अंतरिक्ष विमान कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) के रॉकेट में सवार होकर दो अंतरिक्ष यात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र (ISS) पहुंचेंगे.
आईएसएस जाने वाले दो अंतरिक्ष यात्री 53 वर्षीय डग हर्ले और 49 वर्षीय बॉब बेनकन ने मंगलवार को इसके लिए सफलतापूर्वक अभ्यास भी कर लिया है. नासा के व्यावसायिक क्रू प्रोग्राम के लिए दोनों का 2015 में ही विशेष चयन कर लिया गया था. दोनों ही सेना के भूतपूर्व टेस्ट पायलट हैं.
बेनकन ने हाल ही में एक प्रेस वार्ता में कहा था कि यह किसी भी टेस्ट पायलट स्कूल के छात्र के लिए अवसर होता है, जब वह किसी नए स्पेसशिप में यात्रा पर जाता है. और मैं खुशनसीब हूं कि मुझे यह सौभाग्या में अच्छे दोस्त के साथ मिल रहा है. दोनों की अंतरिक्ष यात्री पहले भी जरूरी जीवनरक्षक सामान, साइंस लेबोरेटरी और रिपेयरिंग के लिए दो रोबोट आईएसएस ले जा चुके हैं.
अब बात स्पेसएक्स (SpaceX) की. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने वर्ष 2014 में पृथ्वी की निचली कक्षा तक अंतरिक्ष यात्रा के लिए दो निजी कंपनियों – बोइंग और स्पेसएक्स के साथ विमान की डिजाइन से निर्माण और उड़ान तक के लिए अनुबंध किया था. इसमें बोइंग से 4.2 बिलियन डॉलर और स्पेसएक्स से 2.6 बिलियन डॉलर का अनुबंध किया गया था.
28 मई को केनेडी स्पेस स्टेशन से स्पेसएक्स के राकेट फाल्कन 9 के ड्रेगन एक्स कैप्सूल के जरिए दोनों अंतरिक्ष यात्री आईएसएस की यात्रा करेंगे. राकेट का नामकरण स्टार वार्स के मिलियम फाल्कन पर और कैप्सूल का नामकरण पफ द मैजिक ड्रैगन पर किया गया है. वर्ष 2011 के बाद पहली बार केनेडी स्पेस सेंटर से अंतरिक्ष यात्री उड़ान भरेंगे.
नासा के आईएसएस को प्रोग्राम मैनेजर किर्क शिरमन इस उड़ान को लेकर खासे उत्साहित हैं. वे कहते हैं कि यह वाकई में व्यावसायिक उड़ान के लिहाज से अगला महत्वपूर्ण कदम और पृथ्वी के निचली कक्षा तक की यात्री के लिए जरूरी है. इसमें नासा अनेक उपभोक्ताओं में से एक है.