नीरज काकोटिया, बालाघाट/ मुकेश सेन, टीकमगढ़. बालाघाट में राशि दुगनी करने के मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने अलग-अलग तीन मामलों में 10 करोड़ से अधिक की राशि जप्त कर इस मामले के कारोबार में लिप्त 11 आरोपी को गिरफ्तार किया है. मामले के तीन आरोपी फरार हैं. वहीं दूसरा मामला टीकमगढ़ का है, जहां अवैध शराब बेचने से गांव का माहौल खराब होने के कारण लोग परेशान नजर आ रहे हैं.

बता दें कि, बालाघाट जिले के लान्जी और किरनापुर क्षेत्र में लंबे अंतराल से राशि को दोगुना करने का कारोबार फल-फूल रहा था और यह ऐसा बढ़ गया था, कि इसमें पूरा जिला धीरे-धीरे का लिप्त होने लग गया था. अधिकारी-कर्मचारी से लेकर आमजन सभी हजारों लाखों रुपए 15 दिन महीना भर और 3 से 4 महीने में धन दोगुना होने के लालच में लोग इसमें बहुतायत में निवेश कर रहे थे. इसी मामले में अनिमित्त जमा योजना प्रतिबध अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए लांजी थाने में 2 मामला और किरनापुर में 1 मामला दर्ज कर आरोपियों से 10 करोड़ से अधिक राशि जप्त की है. मामले में धन दोगुना करने के सरगना सोमेंद्र कंकराने व उसके 3 साथी, हेमराज आमाडारे और उसके 4 साथी अजय तिड़के और उसके 3 साथी सहित 11 को गिरफ्तार किया है.

वहीं टीकमगढ़ में अवैध शराब बिक्री के कारण लोग परेशान नजर आ रहे हैं. एक तरफ प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शराबबंदी के पूर्ण समर्थन में है, और प्रदेश सरकार से बार-बार शराबबंदी को लेकर प्रयास कर रही है, वही उनके गृह जिले टीकमगढ़ में शराब कारोबारी गांव-गांव में अवैध शराब बेचने का काम कर रहे है, जिससे गावों का माहौल दिन प्रतिदिन बिगड़ता जा रहा है, जिसका ताजा उदाहरण माडूमर गांव का देखने में आया है, जहां की करीब आधा सैकडा महिलाओं ने कलेक्टर की गाड़ी को रोककर न केवल ज्ञापन देते हुये कार्रवाई की बात कही बल्कि महिलाओं ने कहा कि जब तक कार्रवाई नहीं होती तब तक उनका विरोध जारी रहेगा.

टीकमगढ़ शहर से लगे हुये माडूमर गांव की महिलाओं ने आज तीसरी बार कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर गांव में अवैध रूप से घर-घर बेची जा रही शराब को रोकने के लिये कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी को घेरकर एक ज्ञापन सौंपा, महिलाओं का कहना है कि शराब ठेकेदारों द्वारा उनके गांव शराब भेज कर अवैध रूप से बिकवाई जा रही है, जिससे उनके घर के व्यक्ति पूरे दिन शराब के नशे में रहकर न केवल घर वालो से मारपीट करते हैं.