मनीष सोनी. अम्बिकापुर. आजकल जिसे देखो कहता फिरता है कि ‘क्या जमाना आ गया है’, ‘जमाना बड़ा ख़राब है,’ मगर ऐसी सोच रखने वालों के गाल पर आज एक तमाचा रसीद किया है आईजी हिमांशु गुप्ता ने. आज भी मानवता जिंदा है. यह जताने आईजी साहब एक अख़बार की खबर पढ़कर सीधे अस्पताल पहुँच गए. थैलेसीमिया पीड़ित एक मासूम को ब्लड चढ़ाने को उन्होंने एक यूनिट ब्लड डोनेट किया. ब्लड डोनेट करते ही उन्होंने कहा कि मासूम को ब्लड चढ़ा दीजिये.

वहीँ जब हमने आईजी हिमांशु गुप्ता से बात की तो उनका कहना था कि थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे का नाम हिमांशु एक्का है. जब उन्होंने यह खबर पढ़ी तो उन्हें अपने ही नाम के मासूम को खून के लिए तड़पता देख उनका दिल पसीज गया. वे तत्काल अस्पताल पहुंचे और रक्तदान किया. ब्लड डोनेट करने के बाद जब आईजी को बताया गया कि बच्चे को खून पहले ही चढ़ाया जा चुका है. तब बोले कि वैसे मैं थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे को ब्लड देने आया था. क्योंकि बच्चे को जो ब्लड चाहिए था वह ब्लड ग्रुप मेरा भी है. यदि बच्चे को ब्लड चढ़ाया जा चुका है तो कृपया मेरा खून किसी अन्य अत्यधिक जरुरतमंद को दे दीजियेगा. इतना कहकर आईजी हिमांशु गुप्ता अस्पताल से चले गए.

आईजी ने स्वस्फूर्त ब्लड डोनेट कर अस्पताल में कई लोगों को चौंका दिया. अस्पताल प्रबंधन ने आईजी के इस संवेदना भरे कदम की भूरि-भूरि प्रशंसा की. आईजी के इस कदम से कई लोगों ने ब्लड डोनेट करने का भी संकल्प जरुर लिया होगा. इस संबंध में जब लल्लूराम डॉट कॉम की टीम ने अस्पताल प्रबंधन से बात की तो उन्होंने भी इस कदम की जमकर सराहना की.