रायगढ़. घरघोड़ा जनपद में आरईएस विभाग में पदस्थ सब इंजीनियर सोनल के विरुद्ध विभागीय कार्यों में लापरवाही और अनियमितता की शिकायत मिली थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने महिला अधिकारियों की एक टीम गठित कर जांच शुरू की. टीम ने जांच में शिकायत सही पाई है और अंतरिम जांच प्रतिवेदन प्रशासन को सौंप दिया है. वहीं इस मामले में सब इंजीनियर सोनल ने परेशान करने का आरोप लगाकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से न्याय की गुहार लगाई है. उन्होंने न्याय नहीं मिलने पर 30 मई के बाद इस्तीफा देने की बात भी कही है.

जांच टीम में एसडीएम घरघोडा ऋशा ठाकुर, डिप्टी कलेक्टर रेखा चंद्रा शामिल थे. इस संबंध में जब जांच अधिकारी ऋशा ठाकुर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सोनल जैन के खिलाफ मार्च 2023 में काम में अनियमितता और लंबे समय से कार्य अनुपस्थित होने की शिकायत मिली है. जांच में शिकायत प्रथम दृष्टया सही पाए गए हैं. इसमें शिकायतकर्ता पंचायत प्रतिनिधियों के पक्ष लिए गए हैं. सोनल जैन से भी उनका पक्ष लेने के लिए बार-बार संपर्क किया गया, किंतु उन्होंने अपना पक्ष नहीं रखा है. अंतरिम जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया है.

इस मामले में घरघोड़ा जनपद पंचायत की सब इंजीनियर सोनल जैन ने कहा, 2019 में मेरी पोस्टिंग बरमकेला जनपद पंचायत में थी, वहां विधायक प्रकाश नायक का प्रतिनिधि मेरे साथ बदतमीजी करता था, इसकी शिकायत लेकर जब मैं विधायक के पास गई तो उन्होंने कंप्रोमाइज करने को कहा, इसके लिए मैं तैयार नहीं हुआ, इसके बाद मुझे और परेशान करने लगा. इसकी शिकायत लेकर थाने गई तो वहां कंप्लेन नहीं लिखा गया.

सोनल जैन ने आगे बताया, काफी मन्नत के बाद शिकायत दर्ज की गई तो मुझ पर फेक एट्रोसिटी का केस दर्ज किया गया, जिसमें मैं बरी हो चुकी हूं. इसके बाद 151 धारा लगाकर मुझे जेल भेजा गया. मेरे साथ मारपीट की गई. जेल से बाहर आने के बाद बिना किसी बेस के मुझे सस्पेंड कर दिया गया. इस मामले का केस हाईकोर्ट में जीता तो मुझे घरघोड़ा जनपद पंचायत में पदस्थ की गई. यहां पोस्टेड हुए मुझे 9 महीने भी नहीं हुए थे फिर एमएलए लालजीत सिंह राठिया के कहने पर मुझे रायगढ़ जनपद पंचायत में अटैच किया गया. इस सबसे अब परेशान हो चुकी हूं. सब इंजीनियर सोनल जैन ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से न्याय की गुहार लगाई है. उन्होंने कहा कि अगर न्याय नहीं मिला तो 30 मई के बाद वह इस्तीफा दे देंगी.