शैलेन्द्र पाठक, बिलासपुर।  केंद्रीय जेल में बंद कैदियों को जेल के अंदर तरह-तरह की यातनाएं दी जाती है। जेल के अंदर रसूखदार कैदी से लेकर जेल प्रहरी तक उनके साथ मारपीट करते हैं। ताजा मामला में केन्द्रीय जेल के जेलर और दो सिपाहियों पर कैदियों द्वारा पैसा नहीं देने पर उनके साथ मारपीट का आरोप लगा है।

आरोप उनके मातापिता ने लगाया है, प्रमोद और नवीन को जेल में पीटा जाता है। एक हाथ की उंगली टूट गई तो दूसरे का पैर टूट गया है। विष्णु निर्मलकर के मुताबिक जेलर एन के शर्मा और दो सिपाही रंजीत और सारखेल उनके बच्चों को पीटते है और पैसे की मांग करते है।

माँ सुभद्रा का कहना है कि उनको उनके बच्चो से मिलने नही दिया जा रहा है जेल प्रशासन एक महीने बाद मिलने की बात कहता है। जेल में मारपीट और वसूली की घटना को लेकर यह पहली दफा आरोप नहीं लगा है।

इसके पहले भी इस तरह की शिकायत आते रही है। इस मामले का खुलासा होने के बाद जेल अधीक्षक किसी भी मीडिया कर्मी का फोन रिसीव नहीं कर रहे हैं।