बिलासपुर। राष्ट्रपति की सुरक्षा में तैनात जवान ने पत्नी से विवाद होने से अपनी कार को आग के हवाले कर दिया. होटल के बंद कमरे में जहर खाकर ख़ुदकुशी करने की कोशिश की. घटना की रिपोर्ट पर सिविल लाइन पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़कर आर्मी जवान को आनन-फानन में सिम्स अस्पताल के ICU में एडमिट कराया है. पुलिस प्रकरण की जांच में जुट गई है.

इस संबंध में सिविल लाइन सीएसपी मंजुलता बाज ने बताया कि दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में हरियाणा निवासी स्वर्ण सिंह उम्र 30 वर्ष सुरक्षा में तैनात है. उसका कुछ साल पहले बिलासपुर निवासिनी झरना गढ़ेवाल से फेसबुक में पहचान हुई था. फिर दोनों ने राजी-सहमती से गुरुद्वारा में विवाद कर लिया था.

इस बीच दोनों के समय कुछ ही समय तक ठीक थे और फिर बाद में अनबन होता रहा, जिसके चलते पत्नी झरना सिविल लाइन थाने के 27 खोली महोल्ले में किराए के मकान में रहने लगी. आर्मी जवान स्वर्ण सिंह अपनी ड्यूटी में तैनात होने दिल्ली चले गया. इन दोनों के संबंध में तनाव बना रहता था.

कुछ महीने पूर्व सिविल लाइन थाने में पत्नी झरना गढ़ेवाल ने अपने पति के खिलाफ फोन में जान से मारने की धमकी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. वहीं अपनी पत्नी से मिलने के लिए बुधवार को दिल्ली के 6th रेजीमेंट में पदस्थ स्वर्ण सिंह बिलासपुर आया हुआ था. जहां पति-पत्नी में एक बार फिर जमकर विवाद शुरू हुआ.

बातचीत थाने तक जा पहुँच गई, जिससे नाराज होकर आर्मी जवान ने पड़ोसी की कार को आग के हवाले कर दिया, जिस होटल में रुका था. वहां खुद को कमरे में बंद करके जहर का सेवन किया है. फिलहाल उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है, जिसका सिम्स अस्पताल के ICU में उपचार चल रहा है.

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