पंकज सिंह भदौरिया,दन्तेवाड़ा. दंतेवाड़ा जिले से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है. सीएएफ कैम्प कसौली से कुछ दिन पहले 2 एसएलआर और 70 राउंड हथियार गायब हो गया था. जिस मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है. ये हथियार गायब नहीं हुआ था बल्कि गायब किया गया था. वो भी यही के एक जवान के द्वारा. जवान ने 50 बंदूक का सौदा माओवादियों से किया था. इसका एक राउंड का सौदा 500 रुपये में औऱ एक एसएलआर की कीमत ढाई लाख रुपए में किया गया था. पुलिस ने ऐसे ही एक जवान को गिरफ्तार किया है. अधिकारी जवान से पूछताछ भी कर रही है. जिसमें औऱ भी बड़े खुलासे हो सकते है.
एसपी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 2 एसएलआर और 70 राउंड बरामद किया गया है. जिसे जंगल में महुआ पेड़ के नीचे छुपा कर रखा गया था. उन्होंने बताया कि 4 कांस्टेबल से पूछताछ की जा रही है. उन्होंने बीजापुर से 5 लोगों के नाम सामने आए है. पुलिस ने इस नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए बताया कि दो तीन दिन पहले रात 11:30 बजे इस घटना को अंजाम दिया गया. जिसमें शामिल जवान और एक ग्रामीण को गिरफ्तार कर लिया गया है.
गिरफ्तार जवान का नाम राजू कुजूर है जो कि कसौली में पदस्थ है. जवान 2009 बैच का आरक्षक है. सहयोगी ग्रामीण का नाम मिठ्ठे नेताम है. बताया जा रहा है कि जवान कनसीन टीन को उठाकर कैम्प के अंदर घुसे थे. जवान छुट्टी लेकर कैम्प से जा चुका था. जिसके बाद माओवादियों से हथियारों का सौदा किया था. जिसमें एक एसएलआर की कीमत ढाई लाख रुपए. एक राउंड की कीमत 500 रुपये रखा गया था. इस घटना में गिरफ्तार जवान से पूछताछ में 12 से 15 जवानों के शामिल होने की बात सामने आई है. ये खुलासा हुआ है कि गिरफ्तार जवान पिछले 9 साल से माओवादियों के लिए काम करता था.
इस तरह पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. एसपी ने खुलासा करते हुए बताया कि गिरफ्तार जवान पहले भी 100 राउंड नक्सलियों को दे चुका है. यह नक्सलियों के साथ लंबे समय से जुड़ा था. एक मल्लेश नाम के नक्सली से साथ इसका उठना बैठना होता था. उन्होंने बताया कि जवान पिछले 15 दिन से छुट्टी पर चल रहा था इसके बावजूद भी कैम्प पर आ रहा था. जिसके बाद उस पर संदेह हुआ. उससे पूछताछ की गई. तब जाकर इस मामले का खुलासा हुआ. एसपी ने बताया कि इस जवान का लोगों का कर्ज था. जिसको चुकाने के लिए वो इस घटना को अंजाम दे रहा था.
जवान लंबे समय से नक्सलियों के साथ मिलकर उनके लिए काम करता था. वो इससे पहले एक कैम्प से राइफल पार करने में कामयाब हो गया लेकि दूसरे कैम्प में पकड़ा गया. उससे पूछताछ में पता चला है कि उसके साथ और भी लोग है जो कि नक्सलियों का सहयोग और उसका सहयोग कर रहे थे. इतना ही नहीं एक ग्रामीण दोस्त भी उसका इस घटना में सहयोग कर रहा था. जिसके बाद कुछ नक्सलियों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया करते थे. लेकिन इस बार नक्सलियों के साथ सौदा जम नहीं पाया था. पुलिस ने आगे पूछताछ के बाद जल्द ही और भी लोगों का खुलासा करने का दावा कर रही है.